आजादी की लड़ाई में पं. सोरण लाल की रही अहम भूमिका
पठेड़ में स्वतंत्रता संग्राम और उसके बाद स्वतंत्र भारत में विभिन्न सामाजिक आंदोलनों में भाग लेने वाले गांव टोडरपुर के मूल निवासी और कस्बा पठेड़ वासी वयोवृद्ध पंडित सोरण लाल कपिल ने नववर्ष के पहले दिन अपनी आयु के 99 वर्ष पूरे किए हैं।
सहारनपुर, जेएनएन। पठेड़ में स्वतंत्रता संग्राम और उसके बाद स्वतंत्र भारत में विभिन्न सामाजिक आंदोलनों में भाग लेने वाले गांव टोडरपुर के मूल निवासी और कस्बा पठेड़ वासी वयोवृद्ध पंडित सोरण लाल कपिल ने नववर्ष के पहले दिन अपनी आयु के 99 वर्ष पूरे किए हैं। इस मौके पर स्वजनों माल्यार्पण कर मिठाइयां बांटी।
उनके प्रपौत्र संजय कपिल ने बताया कि बाबा ने स्वतंत्रा सेनानी चौधरी प्रताप सिंह के नेतृत्व में स्वतंत्रता संग्राम के दौरान जुलूसों और जलसों में अहम भूमिका निभाई थी। 26 जनवरी 1958 को राजनारायण के नेतृत्व में सरकारी दमन विरोधी प्रदर्शन में भाग लिया। 6 अगस्त 1970 को उन्हें सिविल नाफरमानी में सम्मलित होने पर तिहाड़ जेल भेजा गया। अगस्त 1972 में भी वह एक माह जेल में रहे। शुक्रवार को उन्होंने अपनी उम्र के 99 साल पूरे कर 100वें साल में प्रवेश किया।
वह 1947 में ग्राम पंचायत टोडरपुर के निर्विरोध प्रधान भी चुने गए और 1972 तक प्रधान रहे। 1949 में उन्होंने कांग्रेस को अलविदा कहकर सोशलिस्ट पार्टी का दामन थाम लिया था।
स्कूल चौपाल में बच्चों ने बनाए ग्रीटिग व की पेंटिग
छुटमलपुर: कस्बे के प्राथमिक विद्यालय नंबर दो में शासन के निर्देशानुसार नव वर्ष के प्रथम दिन मोहल्ला चौपाल लगाकर बच्चों को पेंटिग व ग्रीटिग कार्ड बनाना सिखाया गया।
नव वर्ष के अवसर पर शुक्रवार को विद्यालय की सहायक अध्यापिका अंजली आर्य ने स्कूल चौपाल में विद्यालय के बच्चों को क्राफ्ट व पेंटिग के माध्यम से नव वर्ष के बधाई पत्र बनाना सिखाया। उन्होंने बताया कि कोरोना के चलते स्कूल बंद है और शासन के आदेश पर स्कूल की तरफ से मोहल्लों में चौपाल लगाकर बच्चों को पढ़ाया जा रहा है। जिसमें बच्चे शारीरिक दूरी का पालन करते हुए उत्साह पूर्वक भाग ले रहे है। नव वर्ष पर लगी स्कूल चौपाल में सोफिया, आफिया, जायरा, सना, सुमैया व नजराना आदि ने ग्रीटिग कार्ड बनाना सीखा और कल्पना के रंग कैनवास पर उकेरे। शिक्षामित्र कमलेश कुमारी ने बच्चों को कविता पाठ कराया। प्रधानाध्यापक कर्णसिंह ने कहा कि नव वर्ष पर सभी बच्चे अपना उद्देश्य निधारित करें और उसी के अनुसार कार्य करे। स्कूल चौपाल में विद्यालय स्टाफ की तरफ से बच्चों को गुब्बारे व मिष्ठान वितरित कर नव वर्ष की मंगल शुभकामनाएं दी गई।