आम के बौर पर बढ़ा भुनगे का प्रकोप
लखनौती में आम के बागों में आ रहे बोर पर भुनगा कीट का प्रकोप लगातार बढ़ने लगा है जिससे बागवान बेहद चितित हैं। सब्जी की फसल के मुनासिब मूल्य भी किसानों को नहीं मिल सका है। इससे भी किसान परेशान हैं।
सहारनपुर, जेएनएन। लखनौती में आम के बागों में आ रहे बोर पर भुनगा कीट का प्रकोप लगातार बढ़ने लगा है, जिससे बागवान बेहद चितित हैं। सब्जी की फसल के मुनासिब मूल्य भी किसानों को नहीं मिल सका है। इससे भी किसान परेशान हैं।
आम के बागों में पिछले दिनों आया भुनगा कीट का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है, जिससे किसानों व बाग ठेकेदारों की चिता भी बढ़ गई है। पिछले साल दवाइयों का छिड़काव करने के बावजूद भुनगा कीट ने आम के बागों को काफी नुकसान हुआ था वहीं जो आम बचा था। वह कोरोना के कारण कहीं बाहर नहीं जा सका, जिससे बागवानों को काफी नुकसान उठाना पड़ा था। इस बार भी हालात पिछले साल की तरह बनते देख बागवानों के चेहरों पर चिता की लकीरें नजर आ रही हैं। पिछले एक सप्ताह से भी ज्यादा समय से आम के बागों में भुनगे का प्रकोप आरंभ हुआ था, जो दवा के कई छिड़काव के बाद भी कम नही हो रहा है। इससे बागबानों की चिता भी बढ़ गई है।
ख्वाजा सुहेल, चौधरी यामीन, आसिफ, सच्जाद, अखलाक आदि बागवानों का कहना है कि कई बार दवा का स्प्रे करने बावजूद भी भुनगे का प्रकोप कम होने के बजाय बढ़ रहा है। बागवानों का कहना है कि भुनगे का प्रकोप इसी तरह बना रहा तो इससे उन्हें भारी नुकसान होगा। इसके अलावा सब्जी किसानों का भी बुरा हाल है। सतबीर, शमीम, ओमप्रकाश, बुद्धु, खुर्शीद, जाहिद आदि सब्जी किसानों का कहना है कि काफी लागत के बाद गोभी आदि की फसल तैयार की गई थी, जिसकी लागत भी उन्हें नही मिल पाई है, जिससे उनके सामने आगे की फसलें भी तैयार करना मुश्किल हो रहा है।