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महंगी व बालू में बुखार का प्रकोप, एक डेंगू बुखार की चपेट में

महंगी में बुखार के प्रकोप के कारण 14 वर्षीय बच्चे को डेंगू की पुष्टि होने के चलते हायर सेंटर दाखिल कराया गया है। महंगी निवासी ब्रिजेश कुमार ने बताया कि पिछले दो चार दिनों से उसके 14 वर्षीय लड़के प्रिन्स को बुखार आ रहा था जिसका उपचार निजी चिकित्सक के यहां कराया जा रहा था लेकिन आराम न मिलने से चिकित्सक ने बच्चे को हायर सेंटर के लिए रैफर कर दिया है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 21 Nov 2021 11:02 PM (IST)Updated: Sun, 21 Nov 2021 11:02 PM (IST)
महंगी व बालू में बुखार का प्रकोप,  एक डेंगू बुखार की चपेट में
महंगी व बालू में बुखार का प्रकोप, एक डेंगू बुखार की चपेट में

सहारनपुर, टीम जागरण। महंगी में बुखार के प्रकोप के कारण 14 वर्षीय बच्चे को डेंगू की पुष्टि होने के चलते हायर सेंटर दाखिल कराया गया है।

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महंगी निवासी ब्रिजेश कुमार ने बताया कि पिछले दो चार दिनों से उसके 14 वर्षीय लड़के प्रिन्स को बुखार आ रहा था, जिसका उपचार निजी चिकित्सक के यहां कराया जा रहा था, लेकिन आराम न मिलने से चिकित्सक ने बच्चे को हायर सेंटर के लिए रैफर कर दिया है। जहां चिकित्सकों द्वारा जांच में डेगूं बुखार होने की पुष्टि हुई है। ग्राम बालू में कई लोग बुखार की भंयकर चपेट में है। जिसमें पवन पांचाल, अमन कुमार, खुशी, तासीन, मोहसीन, जैनब, तान्या, फरीदा आदि कई दिनों से बुखार की चपेट में हैं। ग्रामीणों में मनोज शर्मा, नरेश चन्द सैनी, संजय कुमार, बबलू कुमार व आनन्द कुमार आदि ने स्वास्थ्य विभाग से गावों में स्वास्थ्य विभाग की टीम को भेजकर मरीजों को समुचित उपचार उपलब्ध कराए जाने की मांग की है। उधर, सीएचसी प्रभारी डा. रोहित वालिया का कहना है कि वह गावों में स्वास्थ्य विभाग की टीम भेजकर मरीजों का उपचार कराएंगे तथा ग्राम पंचायत स्तर पर एंटी लार्वा का छिड़काव भी कराएंगे। जयपुर में बुखार का कहर

जड़ौदापांडा: जयपुर गांव में सीएचसी होते हुए भी डेंगू व वायरल बुखार कहर बरपा रहा है। इसके बावजूद स्वास्थ्य विभाग बेखबर है। आज तक भी गांव में कोई स्वास्थ्य जांच शिविर नहीं लगाया गया है।

क्षेत्र के गांव जयपुर में डेंगू व वायरल बुखार अपना कहर बरपा रहा है। गांव में कोई भी घर ऐसा नहीं बचा होगा जिसमें बुखार से ग्रस्त न हो। बुखार गांव में दिन प्रतिदिन कहर बरपा रहा है।

इसके बावजूद स्वास्थ्य विभाग बेखबर है। गांव में आज तक स्वास्थ्य विभाग की और से कोई स्वास्थ्य जांच शिविर नहीं लगाया है। बताया जाता है कि गांव में करोड़ों रूपये की लागत से सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बना हुआ है लेकिन उसमें किसी भी चिकित्सक की तैनाती नहीं है, जिसके चलते बुखार से ग्रस्त लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कई लोगों की तो बुखार से मौत भी हो चुकी है। इसके बावजूद स्वास्थ्य विभाग गहरी नींद में सोया हुआ है। झोलाछाप के यहां भी बुखार के मरीजों की लाइन लगी हुई है। बुखार इतना भंयकर है कि दो घंटे बुखार आ जाने से व्यक्ति की प्लेट्स एवं टीएलसी कम हो जाती है। वहीं, चिकित्सकों की माने तो प्लेटस व टीएलसी कम होना डेंगू के लक्षण हैं। इस मामले में नानौता सीएचसी प्रभारी प्रमोद कुमार का कहना है कि गांव में टीम भेजकर जांच कराई जाएगी।


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