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पाक से तो नहीं नाता, खुफिया एजेंसियों ने शुरू की पड़ताल

यह पहला मौका नहीं है जब सहारनपुर में नकली नोट बनाने व बाजारों में चलाने वाले पकड़े गए हैं। पहले भी यहां पर नकली नोटों के साथ आरोपित पकड़े गए हैं। मंडी पुलिस की गिरफ्त में आए आरोपित नौशाद वाजिद अब्दुला इनामुर्रहमान ने साफ कहा है कि वह देवबंद के गांव थेतकी निवासी उस्मान और नागल के मोहल्ला तास्सीपुर निवासी तौसिफ से वह नकली नोट खरीदकर लाते थे।

By JagranEdited By: Published: Fri, 18 Jun 2021 11:02 PM (IST)Updated: Fri, 18 Jun 2021 11:02 PM (IST)
पाक से तो नहीं नाता, खुफिया एजेंसियों ने शुरू की पड़ताल
पाक से तो नहीं नाता, खुफिया एजेंसियों ने शुरू की पड़ताल

सहारनपुर, जेएनएन। यह पहला मौका नहीं है, जब सहारनपुर में नकली नोट बनाने व बाजारों में चलाने वाले पकड़े गए हैं। पहले भी यहां पर नकली नोटों के साथ आरोपित पकड़े गए हैं। मंडी पुलिस की गिरफ्त में आए आरोपित नौशाद, वाजिद, अब्दुला, इनामुर्रहमान ने साफ कहा है कि वह देवबंद के गांव थेतकी निवासी उस्मान और नागल के मोहल्ला तास्सीपुर निवासी तौसिफ से वह नकली नोट खरीदकर लाते थे। यदि एक लाख रुपये उन्हें लेने होते थे तो वह 50 हजार दोनों को देते थे। शुक्रवार को भी वह देवबंद से नोट लेकर आए थे। अब पुलिस और खुफिया एजेंसिया उस्मान व तौसिफ की गिरफ्तारी में लग गई है। उस्मान पाकिस्तान जाता रहता है। इसलिए एजेंसियों को शक है कि उस्मान ने पाकिस्तान में ही नकली नोट बनाना सीखा है। पुलिस उस मशीन की भी तलाश में है, जिससे यह लोग नकली नोट छापते हैं। कई सवालों के जवाब पुलिस तलाश कर रही है। जैसे कि कागज कहा से लाते थे। स्याही किस तरह की इस्तेमाल करते थे। प्रिटर इस्तेमाल होता था या फिर कुछ अन्य कोई सामान इस्तेमाल करते थे।

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देखने में नहीं लगते हैं नकली नोट

यदि आम व्यक्ति को यह नोट दिया जाए तो उसे पता नहीं चलेगा कि नकली नोट है। आरोपितों ने पूछताछ के दौरान बताया कि अधिकतर वह इन नोटों को छोटी दुकानों पर चलाते थे। सहारनपुर के कई गांवों में भी परचून की दुकानों पर आरोपितों ने नकली नोटों को चलाया है। यह धंधा पिछले एक साल से कर रहे थे।

पहले यह सामने आए नकली नोट के मामले

वर्ष 2017 और 2020 में भी नकली नोट सहारनपुर में पकड़े गए है। बड़गांव के तत्कालीन थाना प्रभारी अभिषेक सिरोही ने बड़गांव के महाराणा प्रताप चौराहे से छह लोगों को नकली नोट बनाते हुए पकड़ा था। इनके पास से पुलिस ने 96 हजार रुपये बरामद किए थे। इसके अलावा स्केनर, प्रिटर, एक पेपर कटर, एक स्केल, फाइबर की बोर्ड, डाटा केबल आदि सामान बरामद किया था। इसके अलावा नानौता पुलिस ने भी नकली नोटों के साथ तीन लोगों को गिरफ्तार किया था। 2020 में इन लोगों से डेढ़ लाख रुपये बरामद हुए थे।

आरोपितों से खुफिया एजेंसियां भी पूछताछ कर रही है। देवबंद और नागल के रहने वाले दोनों आरोपितों की तलाश में दबिश दी जा रही है। उनकी गिरफ्तारी के बाद ही कई सवालों के जवाब मिल सकेंगे।

डा. एस चन्नपा, एसएसपी


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