निगम के टैक्स कर अधिकारियों की नगर आयुक्त ने लगाई क्लास
नगर आयुक्त ज्ञानेंद्र सिंह ने कर विभाग की खूब खिंाई की। उन्होंने एक सप्ताह का समय देकर चेतावनी दी कि कर्मचारी अपने कामकाज का ढांचा सुधार लें अन्यथा कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
सहारनपुर, जेएनएन। नगर आयुक्त ज्ञानेंद्र सिंह ने कर विभाग की खूब खिंचाई की। उन्होंने एक सप्ताह का समय देकर चेतावनी दी कि कर्मचारी अपने कामकाज का ढांचा सुधार लें, अन्यथा कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
नगर आयुक्त मंगलवार को कर विभाग के अधिकारियों, इंस्पेक्टरों व कर्मचारियों के साथ बैठक में टैक्स वसूली की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने एक-एक कर प्रत्येक इंस्पेक्टर व बाबू से उनके वार्डो में मकानों की संख्या, कर संग्रह कर्मचारियों को दिये गये बिलों और उनके सापेक्ष की गई वसूली आदि की विस्तार से जानकारी ली। अनेक बाबू न तो अपने वार्डो में मकानों की सही संख्या बता पाए और न वसूली के बारे में सही जानकारी दे सके।
नगर आयुक्त ने कर्मचारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि एक सप्ताह बाद वह दोबारा एक-एक बाबू, कर संग्रह कर्मचारी व टैक्स इंस्पेक्टर के साथ वसूली आदि की समीक्षा करेंगे और यदि उन्होंने स्वयं को अपडेट नहीं किया तो वे बर्खास्त भी किए जा सकते हैं।
नगर आयुक्त ने कहा कि शहर में दो लाख मकानों को कर के दायरे में लाने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने मुख्य कर निर्धारण अधिकारी रवीश चौधरी व कर निर्धारण अधिकारी विनय शर्मा को निर्देश दिए कि वे अपनी देखरेख में प्रत्येक वार्ड में ऐसे मकानों को चिह्नित कराकर उन्हें कर के दायरे में लाएं और इस बात की भी जानकारी लें कि भवन स्वामियों पर कर अदायगी के लिए बिल भेजे गए हैं या नहीं। मुख्य कर निर्धारण अधिकारी रवीश चौधरी ने नगरायुक्त को बताया कि प्रत्येक वार्ड में नये बनाये गए मकानों को चिह्नित कराकर उन्हें बिल भेजने की प्रक्रिया जारी है। कर निर्धारण अधिकारी विनय शर्मा ने बताया कि भवन स्वामियों को 90 प्रतिशत बिल भेजे जा चुके हैं। कोरोना के कारण बिल भेजने में विलंब हुआ है। उन्होंने बताया कि 30 नवंबर तक करीब 13 करोड़ कर-करेतर वसूली की जा चुकी है।