परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों का आधा वेतन निजी स्कूलों को दिया जाए
सांसद-विधायकों की पेंशन और वेतन बंद किए जाने समेत दस सूत्रीय मांगों को लेकर उत्तर प्रदेश मान्यता प्राप्त विद्यालय शिक्षक संघ ने नारेबाजी कर धरना-प्रदर्शन किया है।
सहारनपुर, जेएनएन। सांसद-विधायकों की पेंशन और वेतन बंद किए जाने समेत दस सूत्रीय मांगों को लेकर उत्तर प्रदेश मान्यता प्राप्त विद्यालय शिक्षक संघ ने नारेबाजी कर धरना-प्रदर्शन किया है। चेताया कि स्कूलों को आर्थिक पैकेज दिया जाए, जिसके नहीं मिलने पर 16 अप्रैल से स्कूलों का संचालन शुरू कर देंगे।
शनिवार को हकीकत नगर स्थित धरना स्थल पर संघ के प्रदेशाध्यक्ष डा. अशोक मलिक के नेतृत्व में शिक्षक नारेबाजी करते हुए कलक्ट्रेट तक पहुंचे, जहां डा. मलिक ने कहा कि कोविड़-19 के कारण स्कूल एक वर्ष से बंद पड़े हैं। सरकार द्वारा विभिन्न वर्गों को कई राहत पैकेज दिए गए लेकिन निजी स्कूल संचालकों को कुछ नहीं दिया गया। उन्होंने सांसदों-विधायकों को दिए जाने वाले वेतन और पेंशन बंद करने और परिषदीय स्कूलों के अध्यापकों का आधा वेतन निजी स्कूलों को राहत पैकेज के रूप में दिया जाए, क्योंकि निजी स्कूल 90 प्रतिशत बच्चों को शिक्षा देने का काम कर रहे हैं। बालेश्वर त्यागी व समरीन फातमा का कहना था कि निजी स्कूल के अध्यापकों को भी बेसिक शिक्षा परिषद के समान वेतन दिया जाना चाहिए। चेताया कि आर्थिक पैकेज नहीं मिलने पर 16 अप्रैल से स्कूल खोल देंगे। इसके बाद सीएम को संबोधित 10 सूत्रीय ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट एसके सोनी को सौंपा।
प्रदर्शनकारियों में जिलाध्यक्ष केपी सिंह, अमजद अली, वजाहत, गयूर आलम, सरफराज खान, रजनीश त्यागी, अरविद शर्मा, लोकेश वत्स, जितेंद्र गोरियान, शिव मालियान, प्रवीन गुप्ता, संजय रोहिला, दिनेश, सुभाषचंद, मुक्तदीर, नरेश वर्मा, शीशपाल, ललित धीमान, बिजेंद्र प्रधान, भूप सिंह, विनोद, डा. अयाज, शशी राणा, दीक्षा गौतम, संजना, शिवानी, काजल, रेख त्यागी, दीपा, ममता, प्रदीप, अशोक पंवार आदि रहे।