Move to Jagran APP

बंदूक थामने वाले हाथों ने रंगों से कर दिया कमाल

रामपुर मनिहारान खुद को खुद के अंदर ही तलाश करो कभी अपने कर्मों पर भी एतबार करो कभी इन्हीं लाइनों को गुनगुनाते हुए कवि चित्रकार प्रदीप दीवान अपनी कला से कुछ ही पलों में किसी के भी

By JagranEdited By: Published: Sun, 16 Feb 2020 11:46 PM (IST)Updated: Sun, 16 Feb 2020 11:46 PM (IST)
बंदूक थामने वाले हाथों ने रंगों से कर दिया कमाल
बंदूक थामने वाले हाथों ने रंगों से कर दिया कमाल

सहारनपुर जेएनएन। खुद को खुद के अंदर ही तलाश करो कभी, अपने कर्मो पर भी एतबार करो कभी, इन्हीं लाइनों को गुनगुनाते हुए कवि चित्रकार प्रदीप दीवान अपनी कला से कुछ ही पलों में किसी के भी चित्र को बनाकर तैयार कर देते हैं। प्रदीप की दीवानगी सिर्फ चित्रकला तक ही नहीं बल्कि पुस्तकों का भंडार भी उनके शौक में शामिल है।

loksabha election banner

कस्बे के निवासी प्रदीप कुमार दीवाना ने 20 साल तक बीएसएफ में देश की सीमा पर रहकर देश की सेवा की और फिर भी अपने अंदर समाज का जच्बा नहीं छोड़ा। प्रदीप ने बीएसएफ से वीआरएस ले ले लिया और फिर उर्दू की पढ़ाई कर अध्यापन का कार्य आरंभ किया। आज वे एक प्राथमिक विद्यालय में अध्यापन का कार्य कर रहे है।अध्यापन के कार्य के साथ-साथ प्रदीप ने अपने मन के अंदर की कला को रंग देना आरंभ किया और मुशायरे में भाग लेना आरंभ कर दिया अपने शब्दों से जमकर वाहवाही लूटी। प्रदीप ने अपने हाथों की कला को रंग देना भी आरम्भ किया, प्रदीप अपने हाथों से हूबहू अपनी कला को प्रदर्शित करते हैं। महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविद, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, डा. आंबेडकर, अखिलेश यादव व मुलायम सिंह यादव आदि राजनेताओं के चित्र व विभिन्न पशु पक्षियों के चित्र बना चुके हैं तथा कुछ को मिलकर उन्हें भेंट भी कर चुके हैं। यही नहीं प्रदीप के पास उर्दू की पुस्तकों का खजाना भी है जिसमें एक से बढ़कर एक उर्दू की किताब है और धार्मिक पुस्तकें शामिल है। उनकी इस कला को देखकर लोग तारीफ करते हैं तो किताबों के खजाने को लोग देखते हैं इसके साथ ही वे अन्य सामाजिक संगठनों में भी भाग लेकर समाज सेवा का कार्य बढ़-चढ़कर कर रहे है। उनकी इस कला की तारीफ के चर्चे क्षेत्र में चारों ओर हैं। स्कूल में भी अध्यापन कार्य से अलग बच्चों को शिक्षा के प्रति विशेष रूप से प्रेरित करते हैं तथा बच्चों के घर जाकर उनके परिजनों को भी बच्चों की शिक्षा के प्रति विशेष रूचि अपनाने की अपील करते हैं। प्रदीप कहते हैं कि आज हम जो कार्य कर रहे हैं वह ही हमारा कल का आधार निश्चित करेगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.