आवास विकास कालोनी में बन रहे थे अवैध हथियार, दो गिरफ्तार
पुलिस ने आवास विकास कालोनी के खंडहरनुमा मकान में चल रही अवैध हथियार बनाने की फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने वहां से दो आरोपितों को गिरफ्तार किया जो मुंगेर की तर्ज पर पिस्टल व रिवाल्वर बना कर मुजफ्फरनगर बागपत मेरठ और उत्तराखंड के रुड़की हरिद्वार देहरादून आदि जिलों में बेच रहे थे। दोनों पहली बार पकड़े गए हैं।
सहारनपुर, जेएनएन। पुलिस ने आवास विकास कालोनी के खंडहरनुमा मकान में चल रही अवैध हथियार बनाने की फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने वहां से दो आरोपितों को गिरफ्तार किया, जो मुंगेर की तर्ज पर पिस्टल व रिवाल्वर बना कर मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ और उत्तराखंड के रुड़की, हरिद्वार, देहरादून आदि जिलों में बेच रहे थे। दोनों पहली बार पकड़े गए हैं।
पुलिस सभागार में आयोजित प्रेसवार्ता में एसएसपी डा. एस चन्नपा ने बताया कि क्राइम ब्रांच प्रभारी जयवीर और सदर बाजार थाना प्रभारी हरेंद्र सिंह अपनी-अपनी टीम के साथ आवास विकास के पास वाहनों की चेकिग कर रहे थे। दोनों टीमों ने एक सूचना के आधार पर मवीकलां गांव के पास आवास विकास कालोनी के खाली पड़े खंडहरनुमा मकान में छापा मारकर अवैध हथियार बनाने की फैक्ट्री पकड़ी। मौके से पुलिस ने नीटू कुमार पुत्र रमेश चंद निवासी गांव पीतपुर थाना लक्सर जिला हरिद्वार (उत्तराखंड) व रुचिन कुमार पुत्र ऋषिपाल निवासी हाशिमपुर थाना देवबंद को गिरफ्तार किया। यहां से पुलिस को 32 बोर की दो पिस्टल, एक रिवाल्वर, चार तमंचे, तीन अधबने तमंचे व शस्त्र बनाने के उपकरण मिले। आरोपितों ने बताया कि वह पश्चिम उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के कई जिलों में हथियारों की सप्लाई कर रहे थे। कोर्ट में पेश करने के बाद दोनों को जेल भेज दिया गया।
चार साल पहले यू-ट्यूब पर सीखा था हथियार बनाना
पोस्ट ग्रेजुएट नीटू ने बताया कि जब उसे पैसे की जरूरत पड़ी तो उसने यू-ट्यूब पर पिस्टल बनाना सीख लिया था। इसके बाद उसने आवास विकास में फैक्ट्री लगा दी। दो साल हथियार बनाने के बाद काम बंद कर दिया था। एक साल से वह फिर से काम कर रहा था।
फेसबुक पर डाला फोटो तो खुला राज
नीटू ने अपनी फेसबुक पर एक फोटो अपलोड किया था, जिसमें वह पिस्टल लहरा रहा था। इसकी जानकारी किसी ने बाद क्राइम ब्रांच को दी थी। पुलिस ने सर्विलांस के माध्यम से भी नीटू की तलाश की थी।