भाकियू कार्यकर्ताओं ने खनिज लदे वाहन रोक किया प्रदर्शन
क्षेत्र में हो रहे अवैध खनन को बंद कराने और खनिज लदे वाहनों के दिन रात दौड़ने के कारण जर्जर हुए मार्गो की मरम्मत कराने की मांग को लेकर भाकियू (अ) के कार्यकर्ताओं ने सलेमपुर गदा-नानोली मार्ग पर प्रदर्शन किया। इन लोगों का कहना यदि इस धंधे पर रोकने लगी तो क्षेत्र के लोग इनके विरुद्ध सड़कों पर उतरेंगे। यही नहीं नोएडा गाजियाबाद और दिल्ली के लिए यहां से खनिज ढोने वाले वाहनों के स्टाफ से क्षेत्र में कोरोना वायरस भी पैदा हो सकता है।
सहारनपुर, जेएनएन। क्षेत्र में हो रहे अवैध खनन को बंद कराने और खनिज लदे वाहनों के दिन रात दौड़ने के कारण जर्जर हुए मार्गो की मरम्मत कराने की मांग को लेकर भाकियू (अ) के कार्यकर्ताओं ने सलेमपुर गदा-नानोली मार्ग पर प्रदर्शन किया। इन लोगों का कहना यदि इस धंधे पर रोकने लगी तो क्षेत्र के लोग इनके विरुद्ध सड़कों पर उतरेंगे। यही नहीं नोएडा, गाजियाबाद और दिल्ली के लिए यहां से खनिज ढोने वाले वाहनों के स्टाफ से क्षेत्र में कोरोना वायरस भी पैदा हो सकता है।
गौरतलब है कि बेहट क्षेत्र में अवैध खनन और परिवहन का धंधा धड़ल्ले से चल रहा है। यहां माफिया पुलिस की मिलीभगत से दिन रात यमुना नदी में खनन कर उसका परिवहन कर रहे हैं। एसडीएम बेहट दीप्ति देव यादव कभी-कभी अवैध खनन व परिवहन के इस खेल पर जरूर लगाम लगाने का प्रयास करते हैं। खास बात तो यह है कि बरसात के मौसम में तीन माह के लिये खनन पूरी तरह से प्रतिबंधित होता है, लेकिन यह प्रतिबंध माफियाओं के लिए मायने नहीं रखता है। इसके चलते सोमवार को सलेमपुर गदा-नानौली मार्ग पर भारतीय किसान यूनियन अंबावत के कार्यकर्ताओं ने खनिज लदे वाहनों को रोककर प्रदर्शन किया। इन लोगों का कहना था कि लगातार हो रहे अवैध खनन और परिवहन के चलते क्षेत्र के मार्गों की हालत बदतर हो गई है। गड्ढों में तबदील हो चुके इन मार्गो से अब किसानों का गुजरना भी दूभर हो गया है। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि अवैध खनन का कारोबार दिल्ली व गाजियाबाद समेत कई कोरोना संवेदनशील इलाको से जुड़ा है। ऐसे में उन्हें क्षेत्र में कोरोना महामारी फैलने का भय भी सता रहा है। उनका कहना है कि यदि एक सप्ताह में अवैध खनन और उसके परिवहन पर पूरी तरह पाबंदी नहीं लगाई गई तो भाकियू उग्र आन्दोलन को बाध्य होगा। इस मौके पर संगठन के मंडल प्रभारी पदम प्रकाश शर्मा, महेंद्र, सुरेन्द्र सिंह, प्रीतम सिंह, संगम शर्मा, मांगेराम, श्याम सिंह, चौ. अजब सिंह, बबलू, धर्मसिंह, जयकुमार, इशरार, मुनफैद आदि मौजूद रहे।