अगर प्राइवेट अस्पताल बन गया कोविड अस्पताल तो शिफ्ट होगा टीकाकरण केंद्र
कोरोना से बचने के लिए लोग टीका लगवा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग भी जिले के लगभग 86 केंद्रों पर टीकाकरण अभियान चला रहा है जिनमें कई प्राइवेट अस्पताल भी शामिल हैं। हालांकि इनमें से कई प्राइवेट अस्पतालों को कोविड अस्पताल बनाए जाने के बाद यहां पर टीकाकरण बंद कर दिया गया है। अब लोगों के सामने परेशानी यह खड़ी हो गई है कि दूसरा टीका कहां पर लगवाया जाए। डीएम अखिलेश सिंह का कहना है कि यदि निजी अस्पताल को कोविड अस्पताल बना दिया है तो टीका जिला अस्पताल के अलावा अन्य विकल्प खोल दिए जाएंगे।
सहारनपुर, जेएनएन। कोरोना से बचने के लिए लोग टीका लगवा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग भी जिले के लगभग 86 केंद्रों पर टीकाकरण अभियान चला रहा है, जिनमें कई प्राइवेट अस्पताल भी शामिल हैं। हालांकि इनमें से कई प्राइवेट अस्पतालों को कोविड अस्पताल बनाए जाने के बाद यहां पर टीकाकरण बंद कर दिया गया है। अब लोगों के सामने परेशानी यह खड़ी हो गई है कि दूसरा टीका कहां पर लगवाया जाए। डीएम अखिलेश सिंह का कहना है कि यदि निजी अस्पताल को कोविड अस्पताल बना दिया है तो टीका जिला अस्पताल के अलावा अन्य विकल्प खोल दिए जाएंगे।
जिले के वी-ब्रास, ग्लोकल मेडिकल कालेज के अलावा अन्य कई प्राइवेट अस्पतालों में टीकाकरण चल रहा था। निजी अस्पतालों में 250 रुपये देकर टीका लगाया जा रहा था। अब कुछ अस्पतालों को जिला प्रशासन की अनुमति के बाद कोविड अस्पताल बना दिया था, जिसके बाद यहां पर टीका लगाना बंद कर दिया है। अब ऐसे काफी लोग है, जिन्हें टीका लगे हुए एक माह पूरा हो गया है या होने जा रहा है। इन लोगों को दूसरा टीका लगवाने का समय आ गया है। जहां पर पहला टीका लगवाया था। वहां पर टीका नहीं लगाया जा रहा है। इसलिए लोग जिला अस्पताल आदि में चक्कर लगा रहे हैं। उन्हें कहा जा रहा है कि जहां पर पहला टीका लगवाया था। वहीं पर दूसरा टीका लगाया जाएगा। डीएम अखिलेश सिंह का कहना है कि यदि निजी अस्पताल को कोविड अस्पताल बना दिया है तो उसके विकल्प में दूसरे किसी अस्पताल में दूसरा टीका लगाया जाएगा।
एन-95 मास्क की बढ़ी कीमत
शहर के दिल्ली रोड पर मेडिकल चलाने वाले सुभाष ने बताया कि कंपनी की तरफ से जारी एन-95 मास्क पर शुरुआत में 40 से 55 रुपये अलग- अलग क्वालिटी पर रेट पड़ा हुआ आता था। इसे वह भी एक रुपये या फिर दो रुपये महंगा बेच रहे थे। अब इस मास्क पर 165 रुपये आ रहा है। हालांकि कुछ मेडिकल स्टोर संचालक इस मास्क की अधिक बिक्री होने और कंपनी की तरफ से डिमांड पूरी नहीं होने के कारण ब्लैक में 250 से लेकर 300 रुपये बेच रहे हैं। वहीं, सीएमओ का कहना है कि ओवर रेट बेचने पर कार्रवाई की जाएगी।