सतर्क रहकर करें कोरोना से बचाव
मौजूदा वक्त में कोरोना वायरस की वजह से हर कोई डरा हुआ है। चूंकि अभी इस वायरस की दवा बनने की खबर तो सामने आ रही है लेकिन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने स्पष्ट किया है कि यह वैक्सीन पहले बुजुर्गों व चिकित्सीय कोरोना योद्धाओं को दी जाएगी। इसीलिए अभी सतर्क रहने की जरूरत है।
सहारनपुर, जेएनएन। मौजूदा वक्त में कोरोना वायरस की वजह से हर कोई डरा हुआ है। चूंकि अभी इस वायरस की दवा बनने की खबर तो सामने आ रही है, लेकिन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने स्पष्ट किया है कि यह वैक्सीन पहले बुजुर्गों व चिकित्सीय कोरोना योद्धाओं को दी जाएगी। इसीलिए अभी सतर्क रहने की जरूरत है। शहर की प्रमुख गायनी डा. पूनम मखीजा ने बताया कि गर्भवती होने पर महिलाओं के इम्युन सिस्टम यानी बीमारियों से लड़ने की क्षमता में कुछ बदलाव आते हैं। इस दौरान इम्यूनिटी पावर भी कमजोर हो जाती है और उनमें सांस से संबंधित इंफेक्शन होने का खतरा बढ़ जाता है।
डा. पूनम मखीजा ने बताया कि इस बात का कोई प्रमाण नहीं मिल पाया है कि कोरोना वायरस से ग्रस्त गर्भवती या प्रसव के समय शिशु को भी अपनी मां से यह वायरस मिल सकता है। इसे वर्टिकल ट्रांसमिशन कहते हैं। गर्भावस्था के दौरान शिशु के वायरस के संपर्क में आने की संभावना कम होती है। ऐसा कोई भी मामला अब तक सामने नहीं आया है, जिसमें कोरोना वायरस से ग्रस्त गर्भवती से शिशु के विकास पर कोई असर पड़ा हो।
गर्भवती महिलाएं कैसे बच सकती हैं
कुछ बातों का ध्यान रखकर गर्भवती महिलाएं कोरोना वायरस के प्रकोप से खुद को और अपने शिशु को बचा सकती हैं।
-नियमित रूप से हाथ धोएं। कुछ भी खाने या चेहरे को हाथ लगाने से पहले हाथ जरूर धोएं।
-स्वयं या आसपास किसी अन्य व्यक्ति को छींक या खांसी आए तो टिश्यू का इस्तेमाल करें। इसके बाद हाथ जरूर धोएं।
-कोरोना से ग्रस्त व्यक्ति के किसी भी तरह से संपर्क में न आएं।
-संभव हो तो सार्वजनिक परिवहन जैसे बस या ट्रेन में न जाएं। हो सके तो घर से की काम करें।
-भीड़भाड़ वाले इलाकों से दूर रहें।
-दोस्तों और रिश्तेदारों से बात करने के लिए मिलने की बजाय फोन का इस्तेमाल करें।
-अगर आपकी तिमाही चल रही है तो आपको बिलकुल भी सार्वजनिक जगहों पर नहीं जाना चाहिए। लोगों से कम बात करें और पर्याप्त दूरी बनाकर रखें।