कोरोना से बचाव को करें गाइड लाइन का पालन
पिछले कुछ दिनों से रोजाना कोरोना के मामलों की संख्या बढ़ती जा रही है। यदि यही हाल रहा तो कोरोना के मरीजों की यह चेन और लंबी हो जाएगी। यदि यही लापरवाही रही तो जनता को एक बार फिर लाकडाउन जैसी स्थिति का सामना करना पड़ सकता है।
सहारनपुर, जेएनएन। पिछले कुछ दिनों से रोजाना कोरोना के मामलों की संख्या बढ़ती जा रही है। यदि यही हाल रहा तो कोरोना के मरीजों की यह चेन और लंबी हो जाएगी। यदि यही लापरवाही रही तो जनता को एक बार फिर लाकडाउन जैसी स्थिति का सामना करना पड़ सकता है। लापरवाही की हद यह है कि बाजारों में व सार्वजनिक स्थानों पर कोरोना की गाइडलाइन का खुला उल्लंघन हो रहा है। बिना मास्क लगाए लोग पुलिस के सामने से गुजर रहे हैं, और पुलिस चुप्पी साधे खड़ी रहती है।
कोरोना के बढ़ते मामले चिता का सबब बन रहे है। शहर के चिकित्सक लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाव के उपाय व सावधानियां बता रहे हैं। वरिष्ठ चिकित्सक डा. अरुण कुमार जैन ने लोगों को कोरोना के प्रति सचेत करते हुए सावधान और सुरक्षित रहने की अपील की है। उन्होंने कहा कि जब तक देश में कोरोना की वैकसीन नहीं आती तब तक संक्रमण से बचाव के लिए कोरोना की गाइड लाइन का जिम्मेदारी से पालन करना ही इससे बचाव का सही तरीका है।
डा. जैन का कहना है कि देश में भले ही कोरोना का रिकवरी रेट सबसे बेहतर है। उनका कहना है कि कोरोना से बिल्कुल न घबराएं बल्कि सरकार की गाइड लाइन का पालन कर इसे मात दें और मास्क लगाने के साथ-साथ भीड़ भाड़ वाले क्षेत्रों में जाने से बचें।
डा. जैन ने कहा कि कोरोना वायरस के ज्यादातर मामले सामान्य सर्दी-जुकाम और फ्लू जैसे होते हैं। इसलिए यदि किसी को इसके लक्षण नजर आए तो जरुरी नहीं कि वह कोरोना का टेस्ट कराए बल्कि सावधानी के तौर पर घर पर आराम करें। हां यदि किसी को तेज बुखार है और सांस लेने में तकलीफ महसूस हो तो उन्हें अपना कोरोना टेस्ट कराना चाहिए इसके बिल्कुल भी नजर अंदाज न करें।