कोरोना काल में आर्थिक संकट से जूझ रहा है किसान: वर्मा
देवबंद में पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भगत सिंह वर्मा ने कहा कि जिले की छह चीनी मिलों पर किसानों का 761 करोड़ रुपये गन्ना भुगतान और 500 करोड़ रुपये ब्याज बकाया है।
सहारनपुर, जेएनएन। देवबंद में पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भगत सिंह वर्मा ने कहा कि जिले की छह चीनी मिलों पर किसानों का 761 करोड़ रुपये गन्ना भुगतान और 500 करोड़ रुपये ब्याज बकाया है। कोरोना काल में भुगतान नहीं होने से किसान आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहे हैं।
शनिवार को जारी बयान में भगत सिंह वर्मा ने कहा कि बजाज चीनी मिल गंगनौली पर सर्वाधिक 258 करोड़ रुपये गन्ना भुगतान का बकाया है, जबकि पिछले वर्षों में देरी से किए गए गन्ना भुगतान पर लगा ब्याज 125 करोड़ रुपये है। इसे दिलाने के लिए सरकार जिला प्रशासन व चीनी मिल मालिक गंभीर नहीं है। वर्मा ने कहा कि किसानों को गन्ने का लाभकारी मूल्य तो दूर लागत मूल्य भी सरकार नहीं दिला पा रही है। वर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार गन्ने से एक्साइज ड्यूटी के रूप में 30 हजार करोड़ रुपये से प्रतिवर्ष से अधिक राजस्व प्राप्त कर रही है।
गंगोह में भी शमशान घाट पर लकड़ियों का संकट
गंगोह: कोरोना की चपेट से बढ़ रही मृत्यु दर के चलते शनिवार को भी स्थानीय श्मशान घाट पर लकड़ियों का संकट खड़ा हो गया। श्मशान घाट संचालक संस्था ने लोगों से सहयोग की अपील की है।
इसके अलावा श्मशान घाट पर जगह नहीं होने से भी स्थानीय लोग कोरोना के काल में समाए अपनों का अंतिम संस्कार यहीं लाकर कर रहे हैं। धार्मिक मान्यता के अनुसार रात में अंतिम संस्कार नहीं होते, लेकिन मजबूरी के चलते यहां रात में भी कई लोगों का अंतिम संस्कार किया गया।
श्री लक्ष्मी नारायण संस्था में मंडल महासचिव राकेश गोयल ने बताया कि खपत बढ़ने से लकड़ियों का स्टाक कम हो गया है। प्रयास के बाद भी लकडि़यां नहीं मिल पा रही। लोगों से अपील की है कि वह इस कार्य में संस्था का सहयोग करें। उन्होंने कहा कि जिन लोगों के पास बिना प्रयोग के लकड़ियां पड़ी हुई हैं। सहयोग कर सकते हैं।