शराब कांड के पीड़ितों का मुआवजे की मांग को प्रदर्शन
इस साल फरवरी माह में हुए जहरीले शराब कांड के पीड़ितों ने सोमवार को जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन कर मुआवजे की मांग की।
सहारनपुर, जेएनएन। इस साल फरवरी माह में हुए जहरीले शराब कांड के पीड़ितों ने सोमवार को जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन कर मुआवजे की मांग की। पीड़ितों का आरोप है कि वह सभी पिछले दस माह से जिला मुख्यालय पर अधिकारियों के चक्कर काट रहे हैं। परंतु उन्हें आज तक भी घोषणा के अनुसार मुआवजा नहीं मिला।
इसी साल फरवरी माह में जनपद के तहसील देवबंद व तहसील सदर के गांव सलेमपुर, नागल, ताजपुर, खेडा मुगल, शिवपुर, समेत कई गांवों में जहरीली शराब पीने से करीब सौ लोगों की मौत हो गई थी। शासन प्रशासन ने शराब पीकर मरने वाले के परिवार को दो लाख रुपये और बीमार व्यक्ति को 50 हजार रुपया मुआवजा देने की घोषणा की थी। सोमवार को अमित गुर्जर के नेतृत्व में जिला मुख्यालय आए शराब कांड के पीड़ितों का कहना है कि प्रशासन ने कुछ ही लोगों को मुआवजा दिया है आधे से अधिक ऐसे परिवार हैं, जिन्हें मुआवजा नहीं मिला है। जबकि मरने वालों के पोस्टमार्टम भी कराए गए थे। अमित गुर्जर का कहना है कि उस समय कहा गया था कि सिर्फ 36 लोगों की मौत ही शराब पीने से हुई थी। शेष मरने वालों का बिसरा जांच के लिए भेजा गया था। बिसरा रिपोर्ट आने के बावजूद पीड़ितों को मुआवजा नहीं दिया गया। पीड़िता ने जिलाधिकारी के नाम संबोधित ज्ञापन अपर जिलाधिकारी प्रशासन एसबी सिंह को देते हुए मुआवजा दिलाए जाने की मांग की है। ज्ञापन देने वालों में सोमती, धूम सिंह, रुबी, नीटू कुमार, रीनु कुमार, बबली, महेंद्र, शिवम, सुमिता, सुमित्रा, मुन्नी, सुशील, बीरमवती, सोनू, शिवकुमार, ओमी, ओमकार, विक्रम सिंह, मेहर सिंह, राजकुमार, बासोराम आदि रहे।