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हरे-भरे पेड़ों की रक्षा करने का दिया संदेश

गांव में अंधविश्वास के कारण कुछ लोगों द्वारा इमली के हरे-भरे पेड़ों को यह कहते हुए काट दिया गया था कि इन पेड़ों पर भूत प्रेत निवास करते हैं जबकि ऐसा बिल्कुल नहीं था। दैनिक जागरण की संस्कारशाला के अंतर्गत गाड फील्ड पब्लिक स्कूल पुष्पांजलि विहार में संस्कारशाला में प्रकाशित कहानी बच गए इमली के पेड़ छात्रा सौम्या धीमान ने पढ़कर सुनाई।

By JagranEdited By: Published: Thu, 28 Oct 2021 06:12 PM (IST)Updated: Thu, 28 Oct 2021 06:12 PM (IST)
हरे-भरे पेड़ों की रक्षा करने का दिया संदेश
हरे-भरे पेड़ों की रक्षा करने का दिया संदेश

सहारनपुर, जेएनएन। गांव में अंधविश्वास के कारण कुछ लोगों द्वारा इमली के हरे-भरे पेड़ों को यह कहते हुए काट दिया गया था कि इन पेड़ों पर भूत प्रेत निवास करते हैं जबकि ऐसा बिल्कुल नहीं था। दैनिक जागरण की संस्कारशाला के अंतर्गत गाड फील्ड पब्लिक स्कूल पुष्पांजलि विहार में संस्कारशाला में प्रकाशित कहानी बच गए इमली के पेड़, छात्रा सौम्या धीमान ने पढ़कर सुनाई। उन्होंने कहानी के सभी बिदुओं को सहपाठियों को ध्यानपूर्वक पढ़कर सुनाते हुए उससे मिली सीख के बारे में भी बताया।

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कहानी में बताया गया था कि आकाश जब काफी समय बाद अपने गांव आया और फिर अपने खेत पर घूमने गया तो वहां उसे पहले की तरह इमली के पेड़ नहीं मिले। जानकारी करने पर पता चला कि इमली के दोनों पेड़ों को काट दिया गया। गांव वालों का मानना था कि उन पेड़ों पर भूत प्रेत निवास करते हैं। आसपास के खेतों में काम करने वाले मजदूरों ने बताया कि कई बार रात में यहां मजदूरों को किसी बुरी आत्मा ने पकड़ लिया था। आकाश को चार वर्ष पहले की वह घटना याद आई जब वह पेड़ों पर चढ़कर इमली तोड़कर खाता था। बाद में उसने गांव वालों की बात अपने पिताजी को बताई, उसके पिताजी हंसने लगे और बोले कि गांव में इस प्रकार के अंधविश्वास अक्सर पहले से ही चले आते हैं लेकिन अब इन्हें दूर करना अब हम सबकी जिम्मेदारी है। गांव के स्कूल में पढ़ाने वाले अध्यापक गोपाल सिंह आकाश के पिता के पुराने परिचित हैं। आकाश ने जब उन्हें पूरी घटना बताई तो अगले ही दिन उन्होंने इस अंधविश्वास की घटना को गांववालों के समक्ष गलत साबित करने निर्णय लिया।

इन्होंने कहा..

दैनिक जागरण ने संस्कारशाला के माध्यम से बच्चों को जागरूक करने की जो पहल की है, वह बेहद अच्छी है। कहानी में अंधविश्वास पर करारी चोट की गई।

-इंदु आर्या, प्रधानाचार्या गाड फील्ड पब्लिक स्कूल पुष्पांजलि विहार। पेड़ हमें आक्सीजन देने के साथ फल-फूल भी देते हैं। उनकी रक्षा करने के लिए सभी को पहल करनी चाहिए तभी सब सुखी रहेंगे।

वंशिका शर्मा, कक्षा-6 इमली के पेड़ों को कुछ लोगों ने अंधविश्वास के कारण काट दिया था, उनका मानना था कि इमली के पेड़ पर भूत-प्रेत रहते हैं, जबकि यह उनका भ्रम था।

वाणी धीमान, कक्षा-6 कहानी से हमें सीख मिलती है कि अधिक से अधिक पेड़ लगाकर उनकी रक्षा करनी चाहिए। पेड़ हमारे पर्यावरण को भी सुरक्षित रखते हैं।

प्रणव, कक्षा-7 अज्ञानता के कारण ही अंधविश्वास फैलता है। हमें अपने आसपास के लोगों को अंधविश्वास के प्रति जागरूक करते रहना चाहिए।

प्रतीक, कक्षा-7 हमारे लिए सभी पेड़ किसी न किसी रूप में लाभकारी होते हैं। अंधविश्वास के कारण उन्हें काटना नहीं चाहिए बल्कि उनकी रक्षा करनी चाहिए।

वैष्णवी, कक्षा-7


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