सीएचसी में महिलाओं की भीड़, आक्रोश जताया
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में शनिवार को महिला मरीजों की काफी भीड़ रही। स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ चिकित्सक को प्रसव की इमरजेंसी भी जाना पड़ा। ऐसे में महिलाओं में आक्रोश रहा।
शामली, जेएनएन। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में शनिवार को महिला मरीजों की काफी भीड़ रही। स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ चिकित्सक को प्रसव की इमरजेंसी भी जाना पड़ा। ऐसे में महिलाओं में आक्रोश रहा।
सीएचसी में एक ही स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डा. मंजीत कौर हैं। सप्ताह में दो से तीन दिन तो उन्हें दूसरी सीएचसी में लगे नसबंदी शिविर में जाना पड़ता है। ओपीडी के दिन अगर कोई प्रसव की इमरजेंसी भी आती है या सिजेरियन प्रसव कराना हो तो उन्हें जाना पड़ता है।
शुक्रवार को चिकित्सक सीएचसी ऊन में थी। ऐसे में शनिवार को सुबह से ही महिला मरीजों की संख्या अधिक थी। ओपीडी जब चिकित्सक आईं तो तभी एक प्रसव का एक इमरजेंसी केस आ गया। ऐसे में ओपीडी छोड़कर जाना पड़ा। एक घंटे बाद जब वह आईं तो कक्ष के बाहर भारी भीड़ लग चुकी थी। महिलाओं ने सवाल भी उठाए कि समय से ओपीडी में न आने के कारण उन्हें दिक्कत होती है। घंटों लाइन में खड़ा होना पड़ता है। चिकित्सक ने महिलाओं को कारण बताया।
सीएचसी के चिकित्सक अधीक्षक डा. रमेश चंद्रा ने बताया कि जिले में महिला चिकित्सकों की कमी है। ऐसे में थोड़ी दिक्कत रहती है, लेकिन सभी महिलाओं को देखा जाता है।
एसडीएम से शिकायत
संवाद सूत्र, ऊन: शनिवार को ऊन तहसील क्षेत्र के दथेड़ा ग्राम निवासी राजकुमार पुत्र बल्लाराम ने उपजिलाधिकारी मणि अरोड़ा को दिए शिकायत पत्र में कहा कि उसके खेत के बराबर में एक सरकारी चकरोड जा रही है जिसे कुछ लोगों ने काटकर अपने खेत में मिला लिया है। जिससे वहां से गुजरने वालों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। एसडीएम ने आरआई झिझाना को जांच कर कार्रवाई करने के आदेश दिए।