जली आंदोलन की मशाल, समर्थन में हनुमान चालीसा
सीएए के खिलाफ देवबंद सत्याग्रह के नाम से ईदगाह मैदान में चल रहा महिलाओं का धरना प्रदर्शन सोमवार को 36वें दिन भी जारी रहा। वहीं सीएए के समर्थन में शिक्षक नगर के शिव मंदिर में महिलाओं ने 22वें दिन हनुमान चालीसा का पाठ किया।
सहारनपुर जेएनएन। सीएए के खिलाफ देवबंद सत्याग्रह के नाम से ईदगाह मैदान में चल रहा महिलाओं का धरना प्रदर्शन सोमवार को 36वें दिन भी जारी रहा। वहीं, सीएए के समर्थन में शिक्षक नगर के शिव मंदिर में महिलाओं ने 22वें दिन हनुमान चालीसा का पाठ किया।
सोमवार को धरने को संबोधित करते हुए इरम उस्मानी ने कहा कि भारत का संविधान हमें शांतिपूर्ण तरीके से गलत फैसले का विरोध करने और अपनी मांगों को रखने का हक देता है। इसी संवैधानिक हक का इस्तेमाल करते हुए हम संविधान में छेड़छाड़ कर बनाए गए नागरिकता कानून का विरोध कर रहे हैं। सलमा एहसन ने दिल्ली में हुई हिसा के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया। वहीं, मुत्तहिदा ख्वातीन कमेटी के बैनर तले चल रहे धरना प्रदर्शन के बीच दिनों दिन ईदगाह मैदान का रूप बदलता जा रहा है। मैदान में देवबंद सत्याग्रह के विशाल बोर्ड, संविधान की किताब के बड़े प्रारूप, शहीद पार्क और डिटेंशन कैंप के बाद अब करीब दस फीट ऊंची और चार फीट चौड़ी मशाल ईदगाह मैदान में जला दी गई है।
उधर, प्रेरणा सांस्कृतिक एवं सामाजिक महिला संगठन के तत्वावधान में शिक्षक नगर के शिव मंदिर में सोमवार को महिलाओं ने हनुमान चालीसा का पाठ करते हुए विपक्षी दलों पर देश में एनआरसी और सीएए के खिलाफ मुस्लिम समाज के लोगों को भड़काने का आरोप लगाया। शुभलेश शर्मा व उर्मिला ठाकुर ने कहा कि सीएए और एनआरसी के नाम पर देश विरोधी तत्वों ने मुस्लिम महिलाओं की आंखों पर काली पट्टी बांध रखी है। इसलिए ही वह देश हित में बनाए गए इस कानून का विरोध कर रही हैं। हालांकि मुस्लिम महिलाओं को इस कानून के संदर्भ में कोई जानकारी नहीं है। डोली गोयल ने कहा कि भारत में अवैध रूप से रह रहे विदेशी लोगों को सरकार देश से बाहर का रास्ता दिखाए। मंजू गुप्ता, वर्षा शर्मा, नीलम त्यागी, पूनम लक्ष्मी, मीना तोमर, माया पुंडीर, रूचि सैनी, शकुलंता राणा, मिथलेश, कश्यप, ननदिता पुंडीर आदि मौजूद रहीं।