गलत विद्युत बिल आ रहे हों तो रसीद कटवाकर लगवा लें चेक मीटर
नगर समेत सभी ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत मीटर लगाए जाने के बाद अधिकांश उपभोक्ताओं को बिजली विभाग से यह शिकायत है कि उनके बिजली के बिल बढ़ गए हैं।
सहारनपुर, जेएनएन। नगर समेत सभी ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत मीटर लगाए जाने के बाद अधिकांश उपभोक्ताओं को बिजली विभाग से यह शिकायत है कि उनके बिजली के बिल बढ़ गए हैं। कई उपभोक्ताओं के गलत बिल भी आ रहे हैं। कुछ ग्रामीण उपभोक्ताओं की शिकायत रही कि गर्मी के मौसम में अत्यधिक विद्युत कटौती की जा रही है, जिस कारण आम उपभोक्ता को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कई उपभोक्ताओं ने संविदाकर्मियों से परेशान होकर इनसे छुटकारा दिलाने की मांग की। मंगलवार को दैनिक जागरण के प्रश्न पहर कार्यक्रम में पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के सहारनपुर परिक्षेत्र के मुख्य अभियंता जीसी झा ने उपभोक्ताओं की समस्याओं को सुनकर उनका तुरंत समाधान करने के आदेश दिए। इस दौरान उन्होंने लोगों के सवालों के जवाब दिए।
प्रश्न : पिछले दो तीन महीने से उनके बिल गलत आ रहे हैं, पहले 600-700 का आता था अब 1400 रुपये तक आ रहे हैं, गांव में जिनके मीटर लगे हैं उनके बिल मोटी रकम के आ रहे हैं। और जिनके मीटर नहीं हैं वह 400 रुपये ही जमा कर रहे हैं।
-रोहित कुमार खिडका भटकवा बेहट, अनमोल त्यागी देवबंद, इमरान खान ककरौली मीरापुर व विनोद सिघल झिझाना, मुजफ्फरनगर। उत्तर : अब प्रोब बिलिग हो रही है। मीटर में जितनी रीडिग होती है, उतनी ही मोबाइल में आती है। यदि किसी को मीटर गलत होने की शंका हो तो 100 रुपये की रसीद कटवाकर चेक मीटर लगवा सकते हैं। गांव में जिनके यहां अभी मीटर नहीं लगे हैं, ऐसे 140 लोग हैं। मीटर न लगवाने पर उनके खिलाफ एफआईआर कराई जाएगी। प्रश्न : सहारनपुर नगर निगम क्षेत्र के अंतर्गत मल्हीपुर रोड स्थित लक्ष्य विहार कालोनी व आसपास में 6-8 घंटे ही बिजली आती है। कई बार अधिकारियों को पत्र दिए गए परंतु समस्या का समाधान नहीं हुआ।
-दिनेश कुमार लक्ष्य विहार कालोनी सहारनपुर। उत्तर : यह क्षेत्र ग्रामीण में आता है। इस संबंध में कुछ लोग भी उनसे मिले थे। इस समस्या के समाधान के लिए कलस्टर बनाकर 25 हार्स पावर का ट्रांसफार्मर रखा जाएगा। इसके लिए 35 रुपये प्रति स्कवायर फुट के हिसाब से पैसा जमा करना पडे़गा। प्रश्न : क्षेत्र के संविदा कर्मी लोगों को बहुत ज्यादा परेशान करते हैं, जो खुद के साथ-साथ अपने साथ अन्य लोगों को लगाए रहते हैं। यह उपभोक्ताओं से उगाही करते हैं, संविदा कर्मचारियों का तबादला गांव से बाहर किया जाए।
- धर्मवीर सिंह झिझाना व राजेंद्र मलिक कुडाना मुजफ्फरनगर। उत्तर : समस्या नोट कर ली है जल्दी ही किसी को भेजकर इसकी जांच कराएंगे। संविदाकर्मी होने के कारण इनका तबादला तो नहीं किया जा सकता, परंतु इस पर विचार किया जाएगा। प्रश्न : वर्ष 2019 में उन्होंने घरेलू विद्युत कनेक्शन लिया था परंतु आज तक भी उनका बिल नहीं आया है, जबकि इस संबंध में वह विभाग में जाकर भी कई बार शिकायत कर चुके हैं।
- यशपाल गुप्ता, बसेडा पुरकाजी। उत्तर : आपकी शिकायत नोट कर ली है कि जल्दी ही आपकी समस्या का हल हो जाएगा। प्रश्न : मेरे घर के ऊपर से किसी ने तार डालकर बिजली चोरी की एफआइआर उनके नाम करा दी गई, जबकि वह गांव में कम ही रहते हैं।
-विपिन कुमार सुनहेटी खड़खड़ी। उत्तर : यदि आपके साथ गलत हुआ है तो आप अलग से एक प्रत्यावेदन दे दो, उसकी जांच करा ली जाएगी कि आज गांव में रहते हैं या नहीं। प्रश्न : मैने एक घरेलू कनेक्शन लिया था मगर एक ही दिन में मेरे नाम दो कनेक्शन दर्ज कर दिये गए। जबकि मेरे यहां जो कनेक्शन लगा है उसका बिल लगातार जमा हो रहा है। जो कनेक्शन गलत तरीके से उनके नाम चल रहा है, उसे आज तक नही काटा गया।
-कश्मीर सिंह पनियाली नागल। उत्तर : देवबंद बिजलीघर जाकर अधिशासी अभियंता से मिलें। वह आपकी समस्या का हल कर एक कनेक्शन बंद करा देंगे। प्रश्न : पिछले कई दिन से उनके फीडर को किसी दूसरे से जोड़ दिया गया। हम शामली के झाल बिजलीघर के उपभोक्ता हैं। हमारी बिजली सुबह 5 बजे बंद कर दी जाती है, जिससे बहुत परेशानी होती है।
-रिशीराज सलाखा शामली, शुभम खतौली। उत्तर : एक-दो दिन में फीडर की समस्या का समाधान हो जाएगा। ग्रामीण क्षेत्र में 18 घंटे बिजली सप्लाई है, जो दो चरण में दी जा रही है। प्रश्न : उनके गांव खिडका भटकवा का ट्रांसफार्मर तीन दिन से फुंका है। ट्रांसफार्मर फुंकने पर लाइनमैन उसे रखने के लिए एक हजार रुपये की मांग करते हैं, शामली की दयानंद कालोनी में बिजली की चोरी की जा रही है।
-प्रीतम सिंह खिड़का भटकवा बेहट, अनुज कुमार बुढ़ाना। देवराज शामली। उत्तर : खिड़का भटकवा में आज ही ट्रांसफार्मर बदलने के आदेश देते हुए कहा कि जो लाईनमैन पैसे लेता है, उसका नाम नोट कर लिया है। इसकी जांच कराएंगे। प्रश्न : करीब पांच साल से विभाग में डिपोजिट हमारा पैसा अभी तक भी वापस नहीं हुआ है, जो लाइन बनवाने के लिए जमा किया गया था। बसेडा गांव के लिए एक मोबाइल ट्रांसफार्मर की व्यवस्था कराई जाए।
-मोहम्मद बाबू बसेडा मुजफ्फरनगर। नरेंद्र सिंह, नल्हेडा मुजफ्फरनगर। उत्तर : रिफंड पैसा बिल में ही एडजेसट होता है। यह भी टयूबवेल के बिल में ही एडजेस्ट होगा। मोबाइल ट्रांसफार्मर की व्यवस्था सिर्फ शहरी क्षेत्रों के लिए है। प्रश्न : कस्बे में 7-8 घंटे ही बिजली आती है। ज्यादातर समय ट्रिपिग में ही चला जाता है।
- शिवकुमार तीतरों। उत्तर : संबंधित बिजलीघर के उपभोक्ताओं द्वारा विद्युत बिल बहुत कम जमा किया जा रहा है बिल जमा कर विभाग का भी सहयोग करें।