गागलहेड़ी पुलिस ने सौ पेटी देशी शराब के साथ युवक को पकड़ा
गागलहेड़ी में पंचायत चुनाव में शराब की तस्करी पर शिकंजा कसते हुए पुलिस ने सौ पेटी देशी शराब की आरोपितों से बरामद की हैं। पुलिस ने एक आरोपित युवक को गिरफ्तार कर जेल दिया है।
सहारनपुर, जेएनएन। गागलहेड़ी में पंचायत चुनाव में शराब की तस्करी पर शिकंजा कसते हुए पुलिस ने सौ पेटी देशी शराब की आरोपितों से बरामद की हैं। पुलिस ने एक आरोपित युवक को गिरफ्तार कर जेल दिया है।
गागलहेड़ी थाना प्रभारी सतेंद्र कुमार राय ने बताया की पंचायत चुनाव में शराब के प्रयोग करने के उद्देश्य से विक्रम टैम्पो मे ले जा रही सौ पेटी देशी शराब (तोहफा ब्रांड) को वाहन चेकिग के दौरान हरियाबास बाईपास पुल के नीचे से ले जा रहे युवक को पकड़ा है। युवक ने अपना नाम पप्पू पुत्र नूरहसन निवासी मंदिर वाली गली खानआलमपुरा थाना जनकपुरी बताया। उसने बताया की वो गोदाम से शराब लेकर शराब की दुकान पर जा रहा था, लेकिन रास्ता भटकने की वजह से यहां तक पहुंच गया। पुलिस के सख्ती से पूछने पर युवक ने शराब तस्करी कर चुनाव मे सप्लाई करने की बात कबूल की है। पुलिस ने टैम्पू ओर शराब को कब्जे मे लेकर युवक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। गिरफ्तार करने वाली टीम मे एस आई प्रमोद कुमार, एसआई अनिल कुमार, कांस्टेबल अनुज कुमार, अल्केश कुमार, जयदेव शर्मा रहे।
पंचायत चुनाव व फसल कटाई का असर बाजारों पर भी
गंगोह: गेहूं कटाई आरंभ हो जाने व त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों को चुनाव चिन्ह मिल जाने के बाद देहात क्षेत्र चुनावी रंग में रंगने शुरू हो गए है। इस कारण बाजारों की रौनक भी गायब होने लगी है।
मौसम में गर्माहट आने व आसमान में बादलों की आवाजाही के कारण किसान अपनी पक चुकी फसल जल्दी ही समेट लेना चाहता है। इस कारण पक चुकी फसल की कटाई तेजी से होने लगी है। इसके अलावा चुनाव चिन्ह मिल जाने के बाद से उम्मीदवार मतदाताओं को अपने पक्ष में करने के लिए हर हथकंडा चला रहे हैं। यद्यपि चुनाव आयोग के साफ निर्देश है कि चुनाव में किसी भी तरह का प्रलोभन न दिया जाये और न ही मतदान को प्रभावित करन वाले किसी कार्य को अंजाम दिया जाए, कितु निर्देशों को दर किनार कर उम्मीदवार मतदाताओं की आवभगत में हाथ जोड़ कर लग गये है। क्षेत्र पंचायत, ग्राम प्रधान व जिला पंचायत सदस्य के लिए निजी जन सम्पर्क के साथ अब गांव गंाव में बैठकों का दौर भी चल निकला है। मतदाता भी खूब जागरूक है वह भी तेल देख, तेल की धार देख वाली कहावत को ध्यान मे रखकर अभी शांत मन से सभी को ताड़ रहे हैं। दिन-प्रतिदिन चुनाव के बदलते रंग क्या गुल खिलायेगें यह बात सभी उम्मीदवारों के सामने यक्ष प्रश्न बनकर उभर रहा है।