कोरोना से मौत पर व्यापारी को मिले 10 लाख का बीमा: वर्मा
शुक्रवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश संयुक्त उद्योग व्यापार मंडल के चेयरमैन सुरेंद्र कुमार वर्मा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मांग करते हुए कहा कि कोरोना या अन्य बीमारी के कारण जितने भी व्यापारियों की मृत्यु हुई है।
जेएनएन, सहारनपुर। शुक्रवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश संयुक्त उद्योग व्यापार मंडल के चेयरमैन सुरेंद्र कुमार वर्मा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मांग करते हुए कहा कि कोरोना या अन्य बीमारी के कारण जितने भी व्यापारियों की मृत्यु हुई है। चाहे वह जीएसटी में रजिस्टर्ड है अथवा छोटे व्यापारी जो श्रम विभाग में रजिस्टर्ड है। उनको सरकार की तरफ से 10 लाख का दुर्घटना बीमा मिलना चाहिए। नगराध्यक्ष राजकुमार कालड़ा ने मुख्यमंत्री से व्यापारियों की समस्या को देखते हुए सम्पूर्ण बाजार सोमवार से खोलने का आग्रह किया है। उन्होंने मुख्यमंत्री से जब तक कोरोना संकट दूर ना हो जाए तब तक 7 बजे से दोपहर 2 बजे तक बाजार खोले जाने के निर्देश दिए जाने का आग्रह किया है। ताकि व्यापारी भी अपने परिवार का पालन पोषण कर सके। इस दौरान प्रदेश उपाध्यक्ष विवेक नामदेव, कुलदीप गर्ग, विजय कपिल, अरविद अग्रवाल, अमित गर्ग, राजकुमार वर्मा, हरीश तनेजा, अतुल बंसल, अमित जैन, पुष्पेंद्र भटनागर, अनिल जैन, हरीश चाबा, गौरव वर्मा, मनोज जैन, राम कुमार गुप्ता, काकू जैन, प्रवीण गर्ग, अजय वर्मा, संदीप जैन, मनोज अग्रवाल, गुलशन अरोड़ा तथा अजय नामदेव आदि मौजूद रहे।
सीएम योगी से शिकायत, चिलकाना पुलिस की मिलीभगत से चल रहा अवैध खनन
सहारनपुर। जिले में अवैध खनन की शिकायत एक किसान ने सीधे मुख्यमंत्री से की है। तहसील बेहट के गांव रामपुर कलां खुर्रमपुर निवासी सुखबीर सिंह पुत्र कलीराम ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को शिकायत भेजकर बताया कि सहारनपुर के कुछ खनन माफिया सहारनपुर के चिलकाना थाना पुलिस से सांठ-गांठ करके अवैध खनन का कारोबार करते हैं। यह धंधा चिलकाना थाना पुलिस की मदद से हो रहा है। जिलाधिकारी अखिलेश सिंह ने बताया कि अवैध खनन रोकने के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है। किसान ने अपनी शिकायत में हरियाणा के 32 ट्रकों के नंबर भी बताए हैं। आरोप के अनुसार एक रात में 60 से अधिक गाड़ियां खनन की निकल रही है। किसान सुखबीर का कहना है कि खनन माफिया स्क्रीन प्लांट और क्रेशरों का सहारा लेकर यह धंधा कर रहे हैं। खनन माफिया 20 फीसद पत्थर और 80 फीसद रेत के रवन्ने पास करा रखे हैं। जबकि 100 फीसद बनाकर कागजों में हेराफेरी करके यह धंधा कर रहे हैं। सेल टैक्स विभाग भी इस धंधे में मौन बैठा हुआ है।
तालाब पर कब्जा करने पर पड़ा, 10 हजार का लगा जुर्माना
तीतरों। कोरोना काल में लगे आंशिक कर्फ्यू का फायदा उठाकर तालाब की भूमि पर मिट्टी में डाल कर अवैध कब्जा करने का प्रयास एक व्यक्ति को महंगा पड़ गया। जब शिकायत पर उप जिलाधिकारी ने मामला सही पाए जाने पर 10 हजार रूपये जुर्माने के साथ कानूनी कार्रवाई के निर्देश जारी कर दिए।
गांव धानवा निवासी रुस्तम गांव के एक तालाब में अवैध रूप से मिट्टी डालकर उसे भरने की कोशिश कर रहा था। ग्रामीणों के अनुसार उसको यह भ्रम था कि इन दिनों लगी आंशिक कर्फ्यू काल के कारण प्रशासनिक अधिकारी कोई कदम नहीं उठा पाएंगे ,लेकिन कुछ ग्रामीणों ने जब इसकी सूचना उप जिलाधिकारी नकुड हिमांशु नागपाल को भेजी तो उन्होंने तुरंत मौके पर राजस्व विभाग की टीम भेज कर शिकायत की सत्यता को परखा जांच में मामला सही पाए जाने पर टीम की रिपोर्ट के आधार पर आरोपित पर 10 हजार रुपए के जुर्माने के साथ कानूनी कार्रवाई करने के निर्देश भी कोतवाली पुलिस को जारी कर दिए। एसडीएम की इस कारवाही से भू माफियाओं में खलबली मची है।