बीएसएफ जवान की स्टेशन पर संदिग्ध अवस्था में मौत
नानौता छुट्टी पूरी कर वापस ड्यूटी पर जा रहे लगभग 40 वर्षीय बीएसएफ जवान सुरेंद्र सिंह पुत्र रुल्हा सिंह कश्यप की असम के गुवाहाटी रेलवे स्टेशन पर संदिग्ध अवस्था में मौत हो गई है।
सहारनपुर, जेएनएन। नानौता में छुट्टी पूरी कर वापस ड्यूटी पर जा रहे लगभग 40 वर्षीय बीएसएफ जवान सुरेंद्र सिंह पुत्र रुल्हा सिंह कश्यप की असम के गुवाहाटी रेलवे स्टेशन पर संदिग्ध अवस्था में मौत हो गई है।
बताया जाता है कि गुरुवार को सहारनपुर के नानौता ब्लाक के गांव याहियापुर निवासी रुल्हा सिंह के अनुसार उसका 40 वर्षीय बेटा सुरेंद्र सन 1998 में बीएसएफ में भर्ती हुआ था। वर्तमान में वह असम के गुवाहाटी सीएचबीएसएफ आइजोल में तैनात था। दीपावली पर एक महीने छुट्टी लेकर गांव आए थे और 29 नवंबर को छुट्टी पूरी करने के बाद वापस ड्यूटी लौट गए थे। वहां पहुंचकर 14 दिन क्वारंटाइन रहे, जिसके बाद आइजोल ड्यूटी पर लौटने के लिए वह गुवाहाटी रेलवे स्टेशन पर ट्रेन की प्रतीक्षा कर रहे थे। यहां अचानक से उसकी तबियत खराब हो गई और उनकी मौत हो गई। फोन से मिली सूचना के बाद स्वजनों में कोहराम मच गया। शुक्रवार सुबह बीएसएफ के जवान तिरंगा में लिपटा उनका शव लेकर नानौता पहुंचे तो स्वजनों में कोहराम मच गया। शव यात्रा में उनके अंतिम दर्शन को ग्रामीणों की भीड़ उमड़ती रही। महिलाएं भी छतों पर शवयात्रा देख रही थीं। श्मशान में बीएसएफ यूनिट द्वारा बिगुल बजाकर सलामी देकर अश्रुपूर्ण आंखों से जवान को विदाई दी गई। मुखाग्नि उनके बड़े पुत्र 16 वर्षीय वंशु कुमार मेहरा ने दी। गुवाहाटी से शव लेकर उनके गांव पहुंचे जवान उमेश कुमार ने बताया कि जवान सुरेंद्र की मौत का मामला 22 दिसंबर को गुवाहाटी आरपीएफ द्वारा 11:44 रात्रि में दर्ज किया गया। उन्हीं के द्वारा इसकी सूचना हमारे उच्चाधिकारियों को दी गई। गुरुवार शाम 7:30 जवान सुरेंद्र सिंह का शव गुवाहाटी से हवाई जहाज से रात्रि में करीब 10:30 बजे दिल्ली लाया गया, जहां से बीएसएफ की 25 बटालियन मुख्य हेड क्वार्टर छावला कैंट के एसआई रमेश कुमार के नेतृत्व में शव को तिरंगे में लपेटकर उनके गांव याहियापुर लाए और उनके स्वजनों का सौंप दिया।
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अंतिम संस्कार में यह लोग रहे शामिल
गुवाहाटी व दिल्ली से आइबीएसएफ यूनिट सहित गंगोह क्षेत्राधिकारी चौब सिंह, प्रधान रामपाल सिंह, पूर्व प्रधान ठाकुर जसपाल सिंह, रणधीर सिंह, जयपाल सिंह, रिटायर्ड फौजी रइस अहमद, नानौता कार्यवाहक थानाध्यक्ष धीरेंद्र सिंह, एसआइ गुलाब सिंह, पूर्व प्रधान कुक्कू सिंह राणा, पूर्व प्रधान खुशीराम कश्यप, चेयरमैन बृजपाल सिंह, राजकुमार, सुंदर, महेंद्र सिंह, चमन सिंह, विक्रम सिंह, अंशुल मेहरा, ईसहानी मेहरा आदि शामिल हुए।
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अपने पीछे छोड़ गए
स्वर्गीय जवान सुरेंद्र सिंह अपने पीछे वृद्ध पिता रुल्हा सिंह, पांच भाई व 38 वर्षीय पत्नी रुक्मणी, 16 वर्षीय पुत्र वंशू मेहरा, आठ वर्षीय अंशुल, पांच वर्षीय बेटी ईसहानी मेहरा को छोड़ गए।