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श्रद्धा से मनाया बाला जी जन्मोत्सव, जगह-जगह कार्यक्रम

गंगोह में बाला जी जन्मोत्सव पर कोरोना महामारी के चलते मंगलवार को संक्षिप्त आयोजन कस्बे में जगह-जगह हुए। इस दौरान सुंदरकांड का पाठ व हनुमान चालीसा भी पढ़ा गया।

By JagranEdited By: Published: Tue, 27 Apr 2021 06:44 PM (IST)Updated: Tue, 27 Apr 2021 06:44 PM (IST)
श्रद्धा से मनाया बाला जी जन्मोत्सव, जगह-जगह कार्यक्रम
श्रद्धा से मनाया बाला जी जन्मोत्सव, जगह-जगह कार्यक्रम

सहारनपुर, जेएनएन। गंगोह में बाला जी जन्मोत्सव पर कोरोना महामारी के चलते मंगलवार को संक्षिप्त आयोजन कस्बे में जगह-जगह हुए। इस दौरान सुंदरकांड का पाठ व हनुमान चालीसा भी पढ़ा गया।

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श्री बालाजी संकट मोचन सेवा समिति के तत्वावधान में श्री बालाजी धाम पर सोमवार की रात हनुमान का गुणगान हुआ। कोरोना के मद्देनजर सरकारी गाइड लाइन के साथ कुछ लोग ही उक्त आयोजन में शामिल हुए।

मंगलवार को सर्राफा बाजार स्थित शिव-हनुमान मंदिर में स्थापित हनुमान की मूर्ति पर चोला चढ़ाया गया। साथ हीविश्व शांति की कामना भी की गई। कार्यक्रम में सागर शर्मा, आशु गर्ग, नीरज आदि शामिल हुए।

महादेव कुटी, शिव दुर्गा भुवनेश्वरी पंचायती मंदिर में प्रति वर्ष होने वाला पूजा कार्यक्रम मंदिर पर संपन्न हुए। क्षेत्र के सभी मंदिरों को इस अवसर पर सजाया गया था। सभी जगह कार्यक्रम के बाद कोरोना महामारी से बचाव व विश्व कल्याण की प्रार्थना महावीर हनुमान से की गई।

क्षेत्र में मनाई गई हनुमान जयंती

जड़ौदापांडा: क्षेत्र के दर्जनों गांवों से में हनुमान जयंती उत्साह के साथ मनाई गई है। कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच शुक्रवार को जड़ौदापांडा, मोरा, झबीरन, कातला, मुश्कीपुर, भटपुरा, शेरपुर, किशनपुरा आदि गांवों में भगवान महाबली हनुमान का गुणगान किया गया। हनुमान जी को बुद्धि व विद्या का प्रतीक माना जाता है। बताया जाता है कि जो सच्चे मन से पूजा करते है। संकटमोचन सभी कष्ट हर लेते हैं।

पुरानी दरों का डीएपी-एनपीके नई दरों पर बेचा तो होगी कार्रवाई

सहारनपुर: जिला कृषि अधिकारी धीरज कुमार ने किसानों को अवगत कराते हुए कहा कि निजी उर्वरक कंपनियों द्वारा अप्रैल माह की नई दरों पर डीएपी एवं एनपीके की आपूर्ति कुछ मात्रा में की गई है, जिन समितियों व निजी विक्रेताओं के पास अप्रैल से पूर्व का स्टाक है। उनकी बिक्री पुरानी ही दरों से की जाएगी।

जिला कृषि अधिकारी धीरज कुमार ने बताया कि डीएपी एवं एनपीके की नई दरें आ गई हैं, परंतु संज्ञान में आया कि कुछ समितियों व निजी विक्रेताओं द्वारा अप्रैल से पूर्व के एनपीके व डीएपी को भी नई दरों पर दिया जा रहा है। उनकी बिक्री पुरानी दरों पर ही करेंगे, जो उर्वरक बैग पर अंकित होंगी। साथ ही पीओएस मशीन से निकलने वाली रसीद में जो धनराशि अंकित होगी। आदेशों की अवहेलना हुई तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।


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