अरविद बने जिला उपाध्यक्ष, मंजू बनी जिला सचिव
गांव टिकरोल में शुक्रवार को आयोजित अखिल भारतीय पंचायत संगठन की बैठक में संगठन के जिलाध्यक्ष योगेश राणा ने टिकरोल प्रधान अरविद पप्पू संगठन को जिला उपाध्यक्ष और कचराई प्रधान मंजू को जिला सचिव मनोनीत किया। इस अवसर पर सभी पदाधिकारियों का स्वागत किया गया।
सहारनपुर, जेएनएन। गांव टिकरोल में शुक्रवार को आयोजित अखिल भारतीय पंचायत संगठन की बैठक में संगठन के जिलाध्यक्ष योगेश राणा ने टिकरोल प्रधान अरविद पप्पू संगठन को जिला उपाध्यक्ष और कचराई प्रधान मंजू को जिला सचिव मनोनीत किया। इस अवसर पर सभी पदाधिकारियों का स्वागत किया गया।
जिलाध्यक्ष योगेश राणा ने कहा कि सभी प्रधानों को साथ लेकर गांव में विकास कार्यों को कराने का काम किया जाएगा। नवनियुक्त जिला उपाध्यक्ष प्रधान अरविद पप्पू ने कहा कि किसी भी प्रधान का उत्पीड़न नहीं होने दिया जाएगा। नवनियुक्त जिला सचिव प्रधान अंजू ने संगठन को मजबूत करने पर बल दिया। अध्यक्षता योगेश राणा और संचालन प्रधान कर्म सिंह सैनी ने किया। हंगावली प्रधान रोहित कुमार, फतेहपुर प्रधान संदीप कुमार, पूर्व प्रधान विजेंद्र त्यागी, चरण सिंह, अनंतमऊ प्रधान राजेंद्र सिंह, रोहित, दीपचंद शर्मा, प्रधान उमेर, रामाकांत त्यागी, विशाल, नीरज, रविद्र सिंह, सतबीर व जिला पंचायत सदस्य सत्यपाल उपस्थित रहे।
किसानों का धरना 11वें दिन भी जारी
सरसावा : कृषि कानून का विरोध कर रहे भाकियू का नेशनल हाईवे टोल प्लाजा पर 11वें दिन भी धरना जारी रहा। किसानों ने सरकार के विरोध में नारेबाजी व भाषण देते हुए कहा कि अब सरकार से आर-पार की लड़ाई होगी। मंडल अध्यक्ष चौ. चरण सिंह ने कहा कि केन्द्र व प्रदेश की दोनों सरकारे किसान विरोधी हैं। किसान के ऊपर तीनों कानून थोपे गए हैं। जोकि किसानों को मंजूर नहीं हैं। जब तक सरकार तीनों कृषि कानून वापस नहीं लेती धरना जारी रहेगा। ब्लाक अध्यक्ष भोला सिंह, तहसील उपाध्यक्ष देवेन्द्र चौधरी झबीरण, सुरेश सैनी, प्रदीप, अजनीश, नरेन्द्र, जितेंद्र, महिपाल, सुरजीत सिंह, अर्जुन सिह, सुरेंद्र सिंह लाडी मौजूद रहे।
करंट से घोड़े की मौत
संवाद सूत्र अंबेहटा: नगर के मोहल्ला गाडान स्थित बिजली खम्भे में उतरे करंट की चपेट में आने से घोड़े की मौत हो गई, जबकि घोड़ा स्वामी ने भाग कर जान बचाई। शुक्रवार को विजय निवासी ग्राम नवाजपुर घोड़ा बुग्गी में ईंटें लादकर मोहल्ला गाडान में डालने के लिए आया था। जब वह बुग्गी खाली करके वापस जा रहा था तो गली के बाहर नाली के किनारे लोहे के खम्भे में करंट उतरा था। घोड़ा करंट की चपेट में आ गया और उसकी मौत हो गई। पीड़ित ने घोड़े की कीमत लगभग पचास हजार रूपये बताई है। इससे तीन दिन पहले कुत्ते व कुछ दिन पहले दो भेड़ की भी इसी खम्भे के करंट से मौत गई थी। बिजली अफसरों की लापरवाही से लोगों में आक्रोश है।