बेटियां हर क्षेत्र में आगे बढ़ने का संकल्प लें: डा. सैनी
प्रदेश के आयुष खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार डा. धर्म सिंह सैनी ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश का स्थापना दिवस मनाने का संकल्प लेकर प्रदेश की गौरवशाली परंपरा व इतिहास को समृद्ध करने का काम किया।
सहारनपुर, जेएनएन। प्रदेश के आयुष, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार डा. धर्म सिंह सैनी ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश का स्थापना दिवस मनाने का संकल्प लेकर प्रदेश की गौरवशाली परंपरा व इतिहास को समृद्ध करने का काम किया। राष्ट्रीय बालिका दिवस के कार्यक्रम से जिले की बेटियां आगे बढ़ने का काम करेंगी। इस मौके पर विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल करने वाली 106 बेटियों और महिलाओं को सम्मानित किया गया।
शुक्रवार को गांधी पार्क स्थित जनमंच सभागार में उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस व राष्ट्रीय बालिका दिवस पर आयोजित कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राज्यमंत्री डा. धर्म सिंह सैनी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ पर जोर दिया है। इसी के तहत आज बेटियां अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खेल व अन्य प्रतिस्पर्धाओं मे निरन्तर आगे बढ़ रही हैं। राष्ट्रीय बालिका दिवस और अगले वर्ष प्रदेश के स्थापना दिवस के अवसर पर उत्कृष्ट कार्य करके बेटियां जिले का नाम रोशन करेंगी। मेयर संजीव वालिया ने कहा कि आज गौरव का दिन है कि जीवन में कठिन दौर से गुजरकर अंतर्राष्ट्रीय पैरा बैडमिटन खिलाडी पलक कोहली, अर्जुन अवार्ड से सम्मानित अलका तोमर, अंतर्राष्ट्रीय पैरा एथलीट सुवर्णा राज एवं अंतर्राष्ट्रीय पैरा एथलीट फातिमा खातून ने जो उत्कृष्ट कार्य किये है, उनसे उपस्थित छात्र- छात्राओं को प्रेरणा मिली होगी। विधायक देवेन्द्र निम ने कहा कि जिला प्रशासन ने महिलाओं और बालिकाओं को जो सम्मान देने का काम किया है वह प्रशंसनीय है। जिलाधिकारी आलोक कुमार पांडेय ने कहा कि विद्या अर्जन के लिए मां सरस्वती की पूजा करते हैं। धन प्राप्ति के लिये मां लक्ष्मी एवं शक्ति की उपासना के लिये मां दुर्गा की पूजा करते हैं। तीनों मे कोई देवता नहीं है। शक्ति, धन और विद्या के लिए देवियां ही हैं। हम सब मिलकर लड़कियों को आगे बढाने का प्रयास करें। मुख्य विकास अधिकारी प्रणय सिंह ने कहा कि प्रदेश के स्थापना दिवस व राष्ट्रीय बालिका दिवस पर 106 महिलाओं को सम्मानित किया गया।