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भारी बारिश के बाद घाड़ क्षेत्र की बरसाती नदियों में बढ़ा पानी

बेहट में गुरुवार की देर शाम से शिवालिक व मैदानी क्षेत्रों में हुई भारी बारिश के बाद घाड़ क्षेत्र की सभी बरसाती नदियों में उफान आ गया जिससे कई राहगीर नदियों के बीच अपने वाहनों सहित फंस गए।

By JagranEdited By: Published: Fri, 24 Sep 2021 11:11 PM (IST)Updated: Fri, 24 Sep 2021 11:11 PM (IST)
भारी बारिश के बाद घाड़ क्षेत्र की बरसाती नदियों में बढ़ा पानी
भारी बारिश के बाद घाड़ क्षेत्र की बरसाती नदियों में बढ़ा पानी

सहारनपुर, जेएनएन। बेहट में गुरुवार की देर शाम से शिवालिक व मैदानी क्षेत्रों में हुई भारी बारिश के बाद घाड़ क्षेत्र की सभी बरसाती नदियों में उफान आ गया, जिससे कई राहगीर नदियों के बीच अपने वाहनों सहित फंस गए। जिन्हें आसपास किनारों पर खड़े लोगों ने बचाया। उधर, बारिश से धान की तैयार हो चुकी फसल भी काफी प्रभावित हुई है।

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गुरुवार की देर शाम से शुरू हुई बारिश रात भर हुई, जिससे घाड़ क्षेत्र के बरसाती नदी न, जो शुक्रवार की सुबह तक जारी रहा। शुक्रवार की सुबह की हिन्दूवाला के निकट नदी पार करते हुए दो बाइक सवार पानी मे फंस गए और बहने लगे। जिन्हें किनारों पर खड़े लोगों ने बड़ी मशक्कत के बाद बचाया। उधर, इस बारिश ने धान की फसल को भी काफी नुकसान पहुंचाया ,क्योंकि इन दिनों धान की फसल तैयार है। बारिश के साथ आए हवा के तेज झोंकों ने धान की फसल कहीं-कहीं तो धराशाई कर दी है। खास बात यह रही कि जब धान की फसल की रोपाई हुई थी तो काफी दिनों तक बारिश ना होने के कारण किसानों के लिए फसल को बचाना मुश्किल हो गया था। किसानों ने अपने संसाधनों से सिचाई कर धान की फसल को बचाया। लेकिन अब तैयार हो चुकी इस फसल को अतिवृष्टि से बचाना भी किसान के लिए टेढ़ी खीर हो रही है।

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भारी बारिश से खेत हुए जलमग्न,धान की फसल जमीन पर बिछी

महंगी:सितंबर माह में हो रही बारिश से धान की फसल को भारी नुकसान हो रहा है। नीच के खेतों में पानी भर गया है जिससे उनमें अधिक नुकसान की आशंका हैं। गुरुवार को शाम की बारिश से खेत लबालब हो गए है।वही पर तेज रफ्तार की हवा ने धान की फसल को जमीन पर बिछा दिया, जिससे पानी मे फसल खराब होने का डर किसानों को सता रहा है। किसान अमरीश कुमार, राशिद,रामनिवास, तेजपाल आदि का कहना है कि इस बारिश से धान में सबसे ज्यादा नुकसान होगा।क्योंकि अधिकांश फसल खेतों में पकी खड़ी है।


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