लोनिवि. में शासकीय भवनों के निर्माण को आवंटित हुआ एक खंड
प्रदेश के मंडल मुख्यालय पर लोक निर्माण विभाग के खंडों को पुर्नस्थापन किया है। सभी 18 मंडल मुख्यालयों पर एक खंड अब केवल शासकीय भवनों का निर्माण करेगा। सहारनपुर में निर्माण खंड-3 को यह जिम्मेदारी मिली है।
सहारनपुर, जेएनएन। प्रदेश के मंडल मुख्यालय पर लोक निर्माण विभाग के खंडों को पुर्नस्थापन किया है। सभी 18 मंडल मुख्यालयों पर एक खंड अब केवल शासकीय भवनों का निर्माण करेगा। सहारनपुर में निर्माण खंड-3 को यह जिम्मेदारी मिली है। मंडल के तीनों जिलों में शासकीय भवनों के निर्माण का कार्य खंड-3 ही करेगा।
प्रदेश में अमूमन सड़कों के निर्माण के लिए पहचाने जाने वाले लोक निर्माण विभाग के कामकाज में गति लाने के लिए शासन स्तर पर अहम निर्णय लिया गया। जिलों में 50 करोड़ से अधिक लागत के शासकीय भवनों का निर्माण ईपीसी मोड तथा पांच करोड़ से 50 करोड़ तक की लागत के शासकीय भवनों का एसबीडी मोड पर निर्माण कराने लिए लोनिवि के मुख्य मुख्यालयों पर कार्यरत खंडों का पुर्नस्थापन किया गया है।
दरअसल अभी तक की व्यवस्था के अनुसार शासकीय भवनों के निर्माण के लिए जिला व मंडल स्तर पर किसी भी खंड को निर्माण आदि का जिम्मा दिया जाता रहा है। कई बार निर्माण विभिन्न कारणों से होने वाली देरी के लिए भी विभाग को जिम्मेदार ठहराया जाता था। पिछले काफी समय से विभाग मे यह मंथन चल रहा था कि शासकीय भवनों के निर्माण आदि के संबंध में किसी एक खंड को जिम्मेदारी दी जा सकती है। शासन के विशेष सचिव महेश कुमार द्वारा आदेश के अनुसार मंडल मुख्यालय पर लोनिवि के एक खंड को शासकीय भवनों के निर्माण का दायित्य दिया गया है। सहारनपुर मंडल में यह दायित्व निर्माण खंड-3 को दिया गया है। विभाग के अनुसार मंडल के शामली, मुजफ्फरनगर व सहारनपुर में बनने वाले शासकीय भवनों के निर्माण का दायित्व निर्माण खंड-3 को मिलेगा। पुर्नस्थापित खंड का काम क्षेत्रीय मुख्य अभियंता द्वारा जिले के अन्य खंडों को दिया जायेगा। नई व्यवस्था में लोनिवि को आवंटित भवनों के अनुरक्षण का कार्य पूर्व की तरह संबंधित जिला स्तर पर स्थापित खंडों द्वारा ही किया जायेगा।
इन मंडलों में हुआ पुर्नस्थापन
आगरा, बरेली, गोरखपुर, झांसी, कानपुर, लखनऊ, मेरठ, वाराणसी, प्रयागराज, अलीगढ़, मुरादाबाद,मिर्जापुर, देवीपाटन, अयोध्या, आजमगढ़, सहारनपुर, चित्रकृटधाम, बस्ती।