लव जेहाद कानून की आड़ में एक समुदाय निशाने पर : अरशद मदनी
देवबंद में जमीयत उलमा-ए-हिद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने लव जेहाद पर बने कानून को संविधान के दिशा-निर्देशोंके खिलाफ और नागरिकों की स्वतंत्रता एवं अधिकारों पर हमला करार दिया है। जमीयत ने ऐसे मामलों में पीड़ितों की कानूनी मदद करने का फैसला किया है।
सहारनपुर, जेएनएन। देवबंद में जमीयत उलमा-ए-हिद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने लव जेहाद पर बने कानून को संविधान के दिशा-निर्देशोंके खिलाफ और नागरिकों की स्वतंत्रता एवं अधिकारों पर हमला करार दिया है। जमीयत ने ऐसे मामलों में पीड़ितों की कानूनी मदद करने का फैसला किया है।
रविवार को जारी बयान में मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि लव जिहाद कानून की आड़ में एक समुदाय को निशाना बनाया जा रहा है। सरकारों के इस भेदभावपूर्ण व्यवहार के विरुद्ध अब जमीयत ने अपना कानूनी संघर्ष शुरू कर दिया है। इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश के सीतापुर शहर में लव जेहाद के नाम पर गिरफ्तार किए गए दो महिलाओं समेत दस लोगों पर दर्ज मुकदमों को समाप्त किए जाने और उन्हें रिहा किए जाने संबंधी याचिका इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में दाखिल की गई है। इसमें कहा गया है कि सरकारें लव जेहाद के नाम पर मुसलमानों को भयभीत कर रही हैं और संविधान द्वारा प्राप्त मौलिक अधिकारों का उल्लंघन कर रही हैं। जमीयत यह अत्याचार किसी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेगी।
हमला कर मां-बेटे को किया घायल
सरसावा : थाना क्षेत्र के गांव शकरुल्लापुर के अंतर्गत एक डेरे पर अज्ञात लोगों ने एक वृद्धा तथा उसके युवा पुत्र को हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया।
पांच अज्ञात लोगों ने सकरुल्लापुर के बाहर स्थित डेरे में रह रहे सूबा सिंह तथा उसकी वृद्ध मां स्वर्ण कौर 70 वर्ष को शनिवार सांय 6-30 बजे उनके घर में घुसकर हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। सूचना पाकर पुलिस भी मौके पर पहुंची तथा घायलों को स्वास्थ्य केंद्र सरसावा भिजवाया, जहां से उन्हें जिला अस्पताल के लिये रेफर कर दिया। महिला की गंभीर स्थिति देखते हुए उन्हें हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है। घायलों के परिजन हमले के पीछे सूबा की पत्नी के परिजनों पर शक जता रहे हैं, जो के पिछले कई वर्षों से विवाद के कारण अपने मायके में मुजफ्फरनगर रह रही है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।