पुलिस को चकमा दे दिल्ली हुए रवाना किसान
नानौता में गुरुवार को कृषि कानून के विरोध में पुलिस को चकमा देकर भाकियू कार्यकर्ता दिल्ली में होने वाले धरना प्रदर्शन में शामिल होने के लिए कूच करने में कामयाब हो गए।
सहारनपुर, जेएनएन। नानौता में गुरुवार को कृषि कानून के विरोध में पुलिस को चकमा देकर भाकियू कार्यकर्ता दिल्ली में होने वाले धरना प्रदर्शन में शामिल होने के लिए कूच करने में कामयाब हो गए।
गुरुवार को दिल्ली में होने के लिए जैसे ही क्षेत्र के गांव टिकरोल के भाकियू अध्यक्ष मनोज पंवार व भूपेंद्र चौधरी उर्फ सोनी के नेतृत्व में काफी किसान ट्रैक्टर ट्राली में भरकर जाने लगे तो इसकी सूचना मिलते ही नानौता पुलिस ने उनको भूपेंद्र चौधरी के आवास पर ही नजर बंद कर दिया। भूपेंद्र चौधरी का आरोप है कि किसान दिल्ली में होने वाले प्रदर्शन में ना जा सके इसलिए पुलिस ने उनकी ट्रैक्टर ट्राली को कब्जे में लेकर कार्यकर्ताओं सहित उन्हें उनके ही आवास पर नजर बंद कर दिया। पुलिस को चकमा देकर वह अध्यक्ष मनोज पंवार, सुभाष नेता व यशपाल सिंह आदि सहित दर्जनों कार्यकर्ताओं के साथ प्राइवेट कार से दिल्ली के लिए कूचकर गए हैं, जब पुलिस को उनके जाने की सूचना मिली तो वह हाथ मलती रह गई। सी-110, सैकड़ों किसानों ने दिल्ली के लिए किया कूच
नागल। गुरुवार को भारतीय किसान यूनियन के दिल्ली में होने वाले धरना प्रदर्शन में शामिल होने के लिए भाकियू प्रदेश उपाध्यक्ष चौधरी विनय कुमार के नेतृत्व में क्षेत्र से सैकड़ों किसान दिल्ली रवाना हुए। इस अवसर पर किसानों को संबोधित करते हुए चौधरी विनय कुमार ने कहा कि देश के विकास का रास्ता किसान के गलियारे से होकर गुजरता है। इस अवसर पर मुख्य रूप से ब्लाक अध्यक्ष चौधरी राजपाल सिंह, भूपेंद्र सिंह त्यागी, योगेंद्र सिंह पप्पू, विनोद खन्ना, सुमित कुमार, मनीष चौधरी, अमित मुखिया, रामूवालिया, राजवीर सिंह आदि रहे। पचास किसान पुलिस से बचकर दिल्ली कूच
नकुड़: गुरुवार को भाकियू के जिला महासचिव चौधरी अशोक कुमार ने बताया कि जिलाध्यक्ष चौधरी चरणसिंह के आह्वान पर किसानों ने किसान आंदोलन में शामिल होने के दिल्ली जाने का निर्णय लिया था। जिसकी सूचना पुलिस को मिल गई, जिसके बाद पुलिस ने भाकियू के जिला महासचिव चौधरी अशोक कुमार, युवा विग के प्रदेश उपाध्यक्ष मेवाराम, जिला उपाध्यक्ष संजय, ब्लाक अध्यक्ष कमलेश चौधरी, युवा विग के नगर अध्यक्ष डा. इदरीस अहमद, प्रदीप ठाकुर, फुरकान, शेखऱ चौधरी, शादाब अंसारी आदि किसानों के घर सुबह ही पहुंचकर उन्हें घर में ही नजरबंद कर दिया।