पत्नी और दो मासूम बेटों का हत्यारोपित गया जेल
तीनों का विसरा सुरक्षित हत्या की वजह का पता लगाने के लिए पुलिस कर रही जांच
जागरण संवाददाता, मिलक : जहर देकर पत्नी और दो मासूम बेटों के हत्यारोपित को पुलिस ने जेल भेज दिया। मुकदमे में अन्य आरोपित ससुर और ममेरा ससुर पुलिस की पकड़ से बाहर हैं। गमगीन माहौल में दोनों मासूम और उनकी मां का अंतिम संस्कार कर दिया गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह स्पष्ट न होने पर तीनों का विसरा सुरक्षित रख लिया गया है। महिला और मासूमों की हत्या की वजह का पता लगाने के लिए पुलिस जांच कर रही है। हत्यारोपित द्वारा कर्जाधारकों द्वारा तकादा करने और कर्ज के तले दबे होने पर मानसिक तनाव में आकर हत्या करने की बात कही गई थी। पुलिस सूदखोर और हत्यारोपित को कर्ज देने वाले लोगों की तलाश कर रही है। पुलिस इन लोगों से भी पूछताछ करेगी। बच्चों और पत्नी की हत्या करने को लेकर गांव वालों में हत्यारोपित के प्रति बेहद रोष है। ग्रामीण आरोपित को सख्त से सख्त सजा दिलाने की बात करते नजर आए। गिरफ्तार करने के लिए संभावित ठिकानों पर दबिशें दे रही पुलिस कोतवाल अनिल कुमार सिंह ने बताया कि मृतका के भाई ओमकार ने उसके पति, ससुर और मोरे ससुर के खिलाफ दहेज के लिए हत्या करने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत के कारण स्पष्ट न होने पर विसरा सुरक्षित रख लिया गया है। हत्यारोपित को जेल भेज दिया है। आरोपित ससुर और ममेरा ससुर की गिरफ्तारी का पुलिस प्रयास कर रही है। संभावित ठिकानों पर पुलिस उन्हें गिरफ्तार करने के लिए दबिशें दे रही है।
गुरुवार को परम गांव का मझरा पट्टी निवासी दीनदयाल ने अपनी पत्नी सुमन उर्फ श्रीदेवी और अपने पुत्रों, 21 दिन के नवजात गौरव, दो वर्षीय पुत्र पंकज को जहर देकर उनकी हत्या कर दी थी। आरोपित ने पुलिस को उलझाने के लिए स्वयं को भी जहर का सेवन करने की बात बताई। पुलिस ने उसे सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया। डॉक्टरों ने इलाज के दौरान पूछताछ के लिए गए एसपी को बताया कि आरोपित ने जहर का सेवन नहीं किया है। वह पुलिस को गुमराह करने के लिए जहर से हालत बिगड़ने के नाटक दिखा रहा है। वह बार-बार अपना बयान बदलता रहा और पुलिस को गुमराह करता रहा।
लोगों से कर्ज लेने को लेकर पिता से हुई थी कई बार कहासुनी
दीन दयाल अपने माता-पिता की इकलौती संतान है। गांव के बाहर चौराहे पर आरोपित के पिता की चार दुकानें हैं। इनसे किराए की अच्छी रकम मिलती है। दुकानों के ऊपर मकान बना हुआ है। इसके साथ ही गांव में एक और मकान है, जिसमें हत्यारोपित पत्नी और बच्चों के साथ रहता था। आरोपित द्वारा रिश्तेदारों और सूदखोरों से अनाप-शनाप अधिक रकम कर्ज के रूप में लेने का पत्नी विरोध करती थी। इसको लेकर दंपती के बीच मनमुटाव हो जाता था। ग्रामीणों ने बताया कि हत्यारोपित पुत्र द्वारा लोगों से कर्जा लेने का उसके पिता अंगन लाल विरोध करते थे। पिता-पुत्र में इस बात को लेकर कहासुनी भी हो जाती थी। बेटे के कर्जा लेने की आदत से परेशान होकर वह बेटे से अलग दुकानों के ऊपर बने मकान में अपनी पत्नी मोहन देई के साथ रहते थे। आरोपित बेटे को गांव के अंदर बने मकान रहने के लिए दे दिया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह स्पष्ट न होने पर तीनों का विसरा सुरक्षित रख लिया गया है। महिला और मासूमों की हत्या की वजह का पता लगाने के लिए पुलिस जांच कर रही है।