दस्तकारों का जीवन बदलेगी विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना
जागरण संवाददाता रामपुर स्थानीय दस्तकारों तथा पारंपरिक कारीगरों के जीवन स्तर को सुधार।
जागरण संवाददाता, रामपुर : स्थानीय दस्तकारों तथा पारंपरिक कारीगरों के जीवन स्तर को सुधारने की दिशा में विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना अच्छी पहल साबित होगी। इसमें पारंपरिक कारीगरों को निश्शुल्क प्रशिक्षण देकर बैंकों से ऋण उपलब्ध करवाया जाता है, जिससे वे अपना लघु उद्योग स्थापित कर सकते हैं। पिछले वर्ष 250 लोगों को प्रशिक्षण दिया गया था। जिनका प्रशिक्षण मार्च में पूरा हुआ था। अब नए सत्र में भी 250 लोगों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
इस योजना में टोकरी बुनकर, कुम्हार, लोहार, राजमिस्त्री, दर्जी, बढ़ई, नाई, हलवाई, मोची व सुनार आदि ट्रेडों में प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है। प्रशिक्षण के लिए 250 लोगों का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए इस वर्ष 470 आवेदन विभाग को प्राप्त हुए थे। उनमें से 250 योग्य लोगों का चयन कर प्रशिक्षण की व्यवस्था की गई। चयनित दस्तकारों को जिला मुख्यालय पर छह दिनों तक फ्री ट्रेनिग दी जा रही है। प्रशिक्षण के दौरान लगभग 200 रुपये प्रति व्यक्ति के हिसाब से दिए जाते हैं। खानपान की व्यवस्था भी सरकार की ओर से निश्शुल्क होती है।
मिलेगी आर्थिक सहायता
प्रशिक्षण के बाद यदि कोई लघु उद्योग स्थापित करना चाहता है तो उसे 10 हजार से लेकर 25 लाख रुपये तक की आर्थिक सहायता उपलब्ध करवाई जाती है। जिसमें 25 प्रतिशत तक की छूट का भी प्रावधान है। -सुशील कुमार शर्मा, उपायुक्त, जिला उद्योग केंद्र