सीएमओ कार्यालय में खुले में पड़ी मिली इस्तेमाल की हुई पीपीई किट, हड़कंप
सीएमओ बोले किट फेंकने वाले कर्मचारी पर होगी कार्रवाई जागरण संवाददाता रामपुर कोर
जागरण संवाददाता, रामपुर : कोरोना वायरस से बचाव के लिए चिकित्सकों और कर्मचारियों द्वारा पहनी जाने वाली पीपीई किट के डिस्पोजल के लिए बनी गाइडलाइन की स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी ही धज्जियां उड़ा रहे हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में ही पीपीई किट को खुले में फेंकने का मामला सामने आया है। इसकी जानकारी होने पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुबोध कुमार शर्मा ने सभी कर्मचारियों को बुलाकर लताड़ लगाई। दो कर्मचारियों से स्पष्टीकरण मांगा है। वैश्विक महामारी कोरोना अब तक लाखों लोगों की जान ले चुकी है। जिले में भी चार लोगों की मौत हो चुकी है। 400 से ज्यादा लोग इस बीमारी की चपेट में आ चुके हैं। इस बीमारी से बचाव के लिए लगातार जिले के अफसर अपील कर रहे हैं। जिलाधिकारी आन्जनेय कुमार सिंह लगातार इस बीमारी से बचाव के लिए लोगों को जागरूक कर रहे हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से भी इसे लेकर गाइड लाइन जारी की गई है। कोरोना संक्रमितों का इलाज करते समय चिकित्सकों को सुरक्षित रखने के लिए पीपीई किट पहनाई जा रही है। यह किट उन सभी को पहनना जरूरी है, जो कोरोना से लड़ने में सहयोग कर रहे हैं। कंटेनमेंट जोन में जाने के दौरान या सैनिटाइजेशन के दौरान भी यह किट पहनना जरूरी है। काम खत्म होने के बाद इस किट को किस तरह उतारना है? इसका किस तरह डिस्पोजल करना है? गाइड लाइन में इसका भी तरीका बताया गया है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को विशेष प्रशिक्षण तक दिया गया है। बावजूद इसके स्वास्थ्य कर्मी ही इस किट को इस्तेमाल करने के बाद जहां-तहां फेंक रहे हैं, जिससे संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ गया है। ऐसा ही मामला सीएमओ कार्यालय में देखने को मिला। यहां कार्यालय परिसर में ही इस्तेमाल की गई कुछ पीपीई किट पड़ी मिली। इसकी जानकारी होने पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने सभी कर्मचारियों को बुलाकर लताड़ लगाई। किट का डिस्पोजल कराया। सीएमओ ने बताया कि कुछ दिन पहले कलेक्ट्रेट में सैनिटाइजेशन के दौरान यह किट इस्तेमाल की गई थी। जिन कर्मचारियों ने सैनिटाइजेशन का काम किया था, उनसे जवाब तलब किया है। जिसने भी किट फेंकी होगी, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।