चमरौआ की ब्लाक प्रमुख का इस्तीफा, डीएम ने वापस कराया
क्षेत्र में विकास कार्य न होने का लगाया आरोप इस्तीफा लेकर भाजपाइयों के साथ डीएम से मिलने पहुंचे ब्लाक प्रमुख पति।
क्षेत्र में विकास कार्य न होने का लगाया आरोप, इस्तीफा लेकर भाजपाइयों के साथ डीएम से मिलने पहुंचे थे ब्लाक प्रमुख पति
जागरण संवाददाता, रामपुर : चमरौआ की ब्लाक प्रमुख ममता ने विकास कार्य न होने का आरोप लगाते हुए इस्तीफे की पेशकश कर दी। उनका इस्तीफा लेकर पति हंसराज पप्पू भाजपाइयों के साथ जिलाधिकारी आन्जनेय कुमार सिंह से मिले। भाजपा जिलाध्यक्ष अभय गुप्ता भी साथ गए। भाजपाइयों ने ब्लाक क्षेत्र में विकास कार्य न होने पर नाराजगी जताई। जिलाधिकारी ने उन्हें समझाकर शांत किया। विकास कार्य कराए जाने का भरोसा दिलाया। इसके बाद भाजपाई शांत हुए और इस्तीफा वापस ले लिया। बुधवार शाम साढ़े चार बजे चमरौआ ब्लाक प्रमुख के पति एवं भाजपा नेता हंसराज पप्पू भाजपा जिलाध्यक्ष अभय गुप्ता कलेक्ट्रेट पहुंचे। उनके साथ कई भाजपाई भी थे। उन्होंने जिलाधिकारी से मुलाकात की। ब्लाक प्रमुख का इस्तीफा दिया। इस्तीफे में ब्लाक प्रमुख ने लिखा था कि वह अनुसूचित जाति वर्ग की महिला हैं। उनके पति भाजपा के जिला महामंत्री रहे हैं। 2016 के क्षेत्र पंचायत चुनाव में तमाम विपरीत परिस्थितियों के बीच उन्होंने चुनाव जीता था, जिसके बाद से वह भाजपा की नीतियों के तहत कार्य कर रही हैं। ग्रामीण इलाकों में विकास कार्य करा रही हैं। आरोप लगाया कि वर्तमान में भाजपा सरकार को बदनाम करने के उद्देश्य से कुछ कर्मचारी उनके काम नहीं कर रहे हैं। सपा और बसपा नेताओं से साठगांठ कर क्षेत्र के विकास में रोड़ा अटका रहे हैं। इस कारण वह क्षेत्र का विकास नहीं करा पा रही हैं। उन्होंने कहा कि वह मानसिक रूप से भी काफी पीड़ित हैं। लिहाजा, उनका इस्तीफा स्वीकार किया जाए। जिलाधिकारी ने ब्लाक प्रमुख पति को भरोसा दिलाया कि उनके सभी कार्य कराए जाएंगे। कोई काम नहीं रोका जाएगा। इसके बाद जिलाधिकारी ने इस्तीफा वापस कर दिया। डीएम के आश्वासन के बाद भाजपाई इस्तीफा लेकर वापस आ गए। ब्लाक प्रमुख पति ने बताया कि जिलाधिकारी ने आश्वासन दिया है कि ब्लाक पमुख की ओर से कराए जाने वाले विकास कार्य में कोई रोड़ नहीं आएगा। इस पर इस्तीफा वापस ले लिया। इस दौरान उनके साथ कपिल आर्य, राकेश सरन मिश्रा, प्रेम शंकर पांडेय, हरीश गंगवार, राजू शर्मा, विकास दीक्षित, राजीव मांगलिक, देवेंद्र सिंह, कुंवर बहादुर, नवाब प्रधान आदि मौजूद रहे।