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बंदी का समझों इशारा, तो बच पाएंगे कोरोना से

जागरण संवाददाता रामपुर कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ते मामले चिता का कारण बनते ज

By JagranEdited By: Published: Sun, 12 Jul 2020 11:00 PM (IST)Updated: Sun, 12 Jul 2020 11:00 PM (IST)
बंदी का समझों इशारा, तो बच पाएंगे कोरोना से
बंदी का समझों इशारा, तो बच पाएंगे कोरोना से

जागरण संवाददाता, रामपुर : कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ते मामले चिता का कारण बनते जा रहे हैं। ऐसे में शासन से लेकर प्रशासन तक सब के माथे पर सिलवटें गहराने लगी हैं। इसके बावजूद जनता में कुछ लोग हैं, जो अब भी हालात की गंभीरता को नहीं समझ रहे हैं। नतीजा सबके सामने है। जनपद में रोज ही संक्रमण के नए मामले सामने आ रहे हैं। एक जुलाई से 11 जुलाई तक 60 मामले जनपद में पॉजिटिव पाए जा चुके है। इस सबसे चितित सरकार ने रोकथाम को प्रभावी बनाने के उद्देश्य से लॉकडाउन के छोटे प्रारूप के रूप में इस बार दो दिनों का प्रतिबंध लगाया है। यह बंदी साफ इशारा है इस बात का कि खतरा टला नहीं है।

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तीन दिनों के प्रवास पर आए नोडल अधिकारी विकास गोठलवाल ने इसको लेकर जनपद में भ्रमण कर व्यवस्थाओं का जायजा भी लिया है। उन्होंने इस दौरान अधिकारियों को इसको लेकर सख्त निर्देश दिए। साथ ही जनता से भी निर्देशों का पालन करने का आह्वान किया। उधर पुलिस ने भी इस दौरान बिना मास्क पहने तमाम लोगों से जुर्माना वसूलने के साथ ही उनकी बाइकों के चालान किए। नगर के कुछ लोगों से दैनिक जागरण ने जानना चाहा कि अब लोगों को क्या रवैया अपनाना चाहिए तो उन्होंने अपने विचार कुछ इस तरह साझा किए। हालात गंभीरता की ओर बढ़ रहे हैं। सरकार को प्रतिबंध लगाना पड़ा, इससे स्पष्ट है कि खतरा अभी भी बरकरार है। यह बंदी इशारा है इस बात का कि अभी घरों के अंदर रहने की जरूरत है।

फैजान अहमद खां, व्यापारी हम सबको चाहिए कि मौके की नजाकत को समझें। भीड़भाड़ वाले इलाकों में न जाएं। जहां पर भी रहें, सावधानी के साथ रहें। संक्रमण से बचाव के सारे संसाधनों को अपने पास रखें। मास्क का प्रयोग करना न छोड़ें।

मोअज्जम खां, व्यापारी बहुत सावधानी की जरूरत है। तीन लॉकडाउन के बाद सरकार ने छूट क्या दी, लोग समझ बैठे कि कोरोना चला गया। लेकिन सच्चाई यह है कि वह गया नहीं और भी ताकतवर हो गया है। ऐसे में खतरे को छोटा न समझें।

रामप्रकाश सक्सेना सरकार बराबर हमें बता रही कि क्या करें, क्या न करें। टीवी से लेकर समाचार पत्रों तक में रोज ही बताया जा रहा है कि मास्क लगा कर रहें। शारीरिक दूरी का पालन करें। लेकिन, उसके बावजूद लोग समझने को तैयार नहीं हैं। कोरोना से बचना है तो सावधानी बरतें।

डॉ. मुनीश चंद्र शुक्ला आप घर में हों, दुकान या फिर अपने कार्यालय में, बहुत आवश्यक है कि सावधानी के साथ रहें। सैनिटाइजर, साबुन और मास्क हर हाल में अपने पास रखें। नियमित अंतराल पर इनका प्रयोग करते रहें।

रुचि पांडेय कोरोना नाम की महामारी से विशेष रूप से बच्चों और वृद्धों को अधिक खतरा बताया जा रहा है। अत: महिलाओं की विशेष जिम्मेदारी बनती है कि अपने बच्चों और घर के बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें। उनके आसपास स्वच्छता बनाए रखें।

अनुलता मधु आजकल के युवाओं में अधिकतर लापरवाह रवैया देखने को मिलता है। ऐसे में उन्हें संभलना होगा। उन्हें कोरोना से जंग में अहम किरदार निभाना चाहिए। उन्हें चाहिए कि स्वयं तो सुरक्षित रहें ही, अन्य लोगों को भी इसके लिए प्रेरित करें।

जितेंद्र सनातनी प्रशासन लोगों को लगातार समझा रहा है कि मास्क लगा कर रहें। हाथों को सैनिटाइज करते रहें। उसके बाद भी देखने में आ रहा है कि लोग समझ नहीं पा रहे हैं। अधिकारियों को रास्ते में रोक-रोक कर उन्हें मास्क पहनाने पड़ रहे हैं। यह गलत है। अपनी जिम्मेदारी को समझना होगा।

संदीप कुमार


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