मिलक में आठ साल के बालक की गला दबाकर हत्या
घर से कुछ दूरी पर नदी किनारे झाड़ियों में मिला शव हत्या का मुकदमा दर्ज कर जांच में जुटी पुलिस
जागरण संवाददाता, मिलक : घर के बाहर खेल रहे आठ वर्षीय बालक का किसी ने अपहरण कर लिया। गला दबाकर उसकी हत्या कर दी और शव नदी किनारे झाड़ियों में फेंक दिया। बालक मंगलवार शाम से गायब था। परिजन पुलिस के साथ उसे रात भर ढूंढते रहे। अगले दिन उसका शव मिला।
नगर के मुहल्ला रौरा खुर्द निवासी गेंदन लाल मारुति वैन चला कर अपने परिवार का पालन पोषण करता है। परिवार में उसकी पत्नी मूर्ति देवी, तीन पुत्रियां मुस्कान, ज्योति, नंदिनी और आठ वर्षीय बेटा अमर थे। मंगलवार सुबह वह रोजाना की तरह मारुति वैन लेकर घर से निकल गया। इसके बाद पत्नी भी बच्चों को लेकर मुहल्ला साहू जी नगर में रहने वाले अपने देवर के घर चली गई। देवर के घर पर छठी महोत्सव का आयोजन था।
पूरे दिन वह बच्चों के साथ महोत्सव में शामिल रही। शाम के समय बच्चों को लेकर घर आ गई। घर लौटने के बाद बेटा अमर खेलने के लिए चला गया। शाम सात बजे गेंदनलाल काम से वापस लौटा तो तीनों बेटियां घर पर थीं, लेकिन बेटा नहीं था। उसने पत्नी से जानकारी की तो उसने बताया कि वह बाहर खेलने गया था।
अंधेरा होने तक उसके घर न लौटने पर दोनों को चिता हुई। उसकी खोजबीन शुरू कर दी। रात नौ बजे तक बेटे का कोई पता न चलने पर वे कोतवाली पहुंचे। पुलिस को बेटे की गुमशुदगी की सूचना दी। पुलिस भी परिजनों के साथ बालक की खोजबीन में लग गई। लेकिन, वह नहीं मिला।
बुधवार की सुबह साढ़े आठ बजे घर के समीप बहने वाली नहाल नदी के पास झाड़ियों में उसका शव मिला। वहां एक मकान के बाहर जानवर बांधने की जगह थी, जहां ईटों का ढेर लगा था। वहीं पर बालक का शव पड़ा था। मुहल्ले के एक युवक ने शव को देख परिजनों को सूचना दी। परिजन रोते बिलखते मौके पर पहुंचे और उसके जीवित होने की आस में शव लेकर सरकारी अस्पताल आ गए। वहां डॉक्टर ने उसे देखते ही मृत घोषित कर दिया। परिजनों ने विलाप करना शुरू कर दिया।
सूचना पाकर पुलिस अस्पताल पहुंची। बालक के पिता की ओर से तहरीर ली, जिसमें बेटे की हत्या कर शव फेंकने का आरोप लगाया। पुलिस ने तहरीर के आधार पर अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा पंजीकृत कर लिया। बाद में एएसपी अरुण कुमार सिंह ने भी मृतक के घर पहुंचकर परिजनों से बात की। घटनास्थल का मौका मुआयना भी किया। उनके साथ सीओ सलोनी अग्रवाल भी मौजूद रही।
एएसपी ने बताया कि हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत का कारण स्पष्ट होगा। पुलिस जल्द ही हत्या का पर्दाफाश करेगी। खोजी कुत्ते भटके, नहीं लगा सके हत्यारे का सुराग
बालक की हत्या करने वालों का सुराग लगाने के लिए पुलिस ने डॉग स्कवायड की भी मदद ली। इसके लिए दो प्रशिक्षित कुत्तों को लाया गया। पुलिस उन्हें लेकर घटनास्थल पहुंची। घटनास्थल से दोनों कुत्ते कुछ दूर नदी तक गए। बाद में वहां एक जगह ठहर गए। काफी प्रयास के बाद भी कुत्तों से कोई मदद नहीं मिल सकी। कोतवाल बीरेंद्र सिंह ने बताया कि घटनास्थल पर पुलिस और डॉग स्कवायड पहुंचने से पहले वहां पर लोगों की भीड़ पहुंच चुकी थी, जिसके कारण कुत्ते भटक गए। घर का इकलौता चिराग था अमर
आठ साल का अमर अपने घर का इकलौता चिराग था। तीन बहनों का एक भाई। उसकी मौत से जहां पूरा परिवार दुखी है, वहीं मुहल्ले के लोगों को भी उसकी मौत पर अफसोस है। लोगों में दुख के साथ ही गुस्सा भी है। आसपास के लोगों का कहना था कि अमर पूरे मुहल्ले का लाडला था। दिन भर मुहल्ले में खेलता रहता था। उसकी हत्या से लोगों में इस कदर गुस्सा था कि वे पुलिस से हत्यारे को फांसी पर लटकाने की मांग कर रहे थे। लोगों में डर भी था कि यहां सभी के बच्चे बाहर खेलते हैं। यह घटना किसी के साथ भी हो सकती थी। अब ऐसा नहीं होगा, इसकी भी क्या गारंटी है। लोगों ने पुलिस से जल्द से जल्द हत्याकांड के खुलासे की मांग की और हत्यारों को सलाखों के पीछे भेजे जाने का अनुरोध किया। शव को ठिकाने लगाने की थी योजना
मृतक मासूम का शव जिस मकान के पीछे मिला था, वहां ईटों का ढेर था। हत्यारे ने शव को ठिकाने लगाने के इरादे से ईटों के ढेर के बीच से ईटें निकालकर वहां एक गड्ढा बनाया था। शायद वह शव को वहां दबाना चाहता था। यह भी माना जा रहा है कि हत्यारा कोई परिचित हो सकता है, जिसे बालक जानता था। घटनास्थल मृतक के घर से 500 कदम की दूरी पर था। वहां नहाल नदी बह रही है। उसके किनारे पर टीन शेड पड़ा है। इस टीन शेड में एक व्यक्ति अपने जानवर बांधता है। एएसपी अरुण कुमार सिंह ने बताया कि घटनास्थल देखकर लगता है कि हत्यारा मासूम के शव को ईटों के ढेर में छिपाने का प्रयास करना चाहता था, लेकिन किसी को वहां आता देख अपने मकसद में कामयाब नहीं हो सका और शव को छोड़कर भाग गया।