आंधी ने उड़ाई तीन सौ गांवों की बिजली
गुरुवार की रात नौ बजे आई आंधीं से क्ष़ेत्र के तीन सौ गांवों की बिजली सप्लाई ठप हो गई। सिहारी बिजलीघर को जाने वाली हाइटेंशन लाइन के ऊपर तेज हवाओं के चलते जगह-जगह बिजली के खंभों पर पेड़ों की टहनियां टूट कर गिर गईं। इससे बिजली लाइन में फाल्ट आ गया।
मिलक : गुरुवार की रात आई आंधीं से क्ष़ेत्र के तीन सौ गांवों की बिजली सप्लाई ठप हो गई। सिहारी बिजलीघर को जाने वाली हाइटेंशन लाइन के ऊपर तेज हवाओं के चलते जगह-जगह बिजली के खंभों पर पेड़ों की टहनियां टूट कर गिर गईं। इससे बिजली लाइन में फाल्ट आ गया। खंभों और बिजली के तारों के क्षतिग्रस्त होने के कारण सिहारी बिजलीघर से तीन सौ गांवों को दी जाने वाली बिजली सप्लाई पूरी तरह ठप हो गई। 15 घंटे तक पूरी तरह से ठप रहने के बाद दोपहर 12 बजे क्षतिग्रस्त बिजली के खंभों को दुरुस्त कर बिजली सप्लाई चालू कर दी गई।
बिजली सप्लाई सुचारू होने पर लोगों ने राहत की सांस ली। वहीं गुरुवार नौ बजे बिजली जाने के बाद लोगों ने गर्मी और उमस के चलते मकानों की छतों पर रात गुजारी। रोजेदारों को बिजली के न आने पर बेहद परेशानी हुई। सुबह मस्जिदों को जाने वाले रास्तों पर अंधेरे में होकर रोजेदारों को जाना पड़ा।
ग्रामीण क्षेत्र में वामुश्किल दस से बारह 12 ही बिजली की सप्लाई दी जा रही है। ग्रामीण रमजान माह के दौरान क्षेत्र में 20 घंटे से अधिक, बिजली सप्लाई दिलाने की मांग कर रहे हैं। सिहारी बिजलीघर से जुड़े खमरिया, पीपलसाना, सैंडोली, ज्योहरा, अकौंदा, खाता चितामन, सिहारी, रठौंडा, दुलीचंदपुर, भंबरकी, ऐमी, हुरमतनगर, सिमरा, हरदुआ, मुझायना, देवरी बुर्जग, कपनेरी, कल्याणपुर, हरदासपुर, सिलई बड़ागांव, केवलपुर, मैनी, परम, पुरनापुर, रजपुरा, गुलड़िया भाट, सिमरा, डंडिया, रास, सिमरा, बराखास आदि सहित सैकड़ों गांवों को बिजली सप्लाई दस से 12 घंटे ही मिल पा रही है। सिहारी बिजलीघर के जेई निरंजन गुप्ता ने बताया कि बिजलीघर को जितनी सप्लाई ऊपर से मिल रही है वह ग्रामीण क्षेत्र को दी जा रही है। कभी कभार तेज आंधी या ओवर लोडिग के चलते फ्यूज उड़ने पर सप्लाई बाधित हो जाती है। खराबी आने पर हमारे कर्मचारी खामी दूर कर देते हैं। विभाग बिजली सप्लाई सुचारू रूप से दिलाने का प्रयास कर रहा है।
गर्मी के मौसम में बिजली विभाग द्वारा ओवर लोडिग के नाम पर अंधाधुंध बिजली कटौती की जा रही है। मस्जिदों में नमाज पढ़ने के वक्त बिजली के चले जाने पर नमाजियों को परेशानियां हो रही है।
मुख्तयार अहमद। सुबह तड़के सहरी के समय अक्सर बिजली चली जाती है, जिसके कारण अंधेरे में कामकाज निपटाने में दिक्कतें पेश आती हैं। बिजली न होने पर मस्जिदों के बाहर रास्ते पर अंधेरा पसर जाता है।
मेंहदी हसन। हमारे घर में छोटे बच्चों ने रोजे रखे हैं। इस समय भीषण गर्मी पड़ रही है। लो-वोल्टेज के चलते बिजली से चलने वाले पंखे ठीक से हवा भी नहीं देते। ऊपर से विभाग बिजली कटौती कर रहा है, जिससे नन्हें रोजेदार गर्मी और उमस के चलते परेशान हो रहे हैं।
याद अली शाह। भरपूर बिजली सप्लाई न मिलने के कारण बिजली से चलने वाले लघु उद्योग चौपट हो रहे हैं। मजबूरन जनरेटर का सहारा लेना पड़ रहा है, जिससे डीजल की खपत बढ़ रही है और अतिरिक्त आर्थिक बोझ सहना पड़ रहा है।
आकाश रुहेला। मई के अंतिम दिनों में इस समय भीषण गर्मी पड़ रही है। रात के समय बिजली कटौती करने पर नींद नहीं आ रही है। वहीं बच्चे गर्मी के कारण बीमार पड़ रहे हैं। उन्हें डायरिया, उल्टियां और दस्त जैसी गंभीर बीमारियां अपनी चपेट में ले रही है।
जितेंद्र गंगवार। दिन तो किसी तरह कामकाज के बीच कट जाता है, लेकिन रात को बिजली न होने पर बेहद परेशानी होती है। रात के समय बिजली चले जाने पर जब बिजलीघर फोन किया जाता है तो कर्मचारी ओवरलोडिग के चलते फ्यूज उड़ने का बहाना कर देते हैं।
दीपक रुहेला।
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