दैनिक जागरण के साथ करते हैं दिन की शुरूआत, पूरा लॉकडाउन पढ़ते रहे अखबार
समाचार पत्र कोरोना के वाहक नहीं है।
रामपुर, जेएनएन। अखबार पढ़ने से कोई बीमारी नहीं होती है, बल्कि बीमारियों से बचाव के लिए लोगों को जागरूक करता है। कोरोना काल में भी महामारी से बचाव के लिए लोगों को सचेत कर रहा है। इसीलिए अधिकारी भी सुबह सबसे पहले दैनिक जागरण पढ़ रहे हैं। देश और दुनिया के बारे में जानकारी प्राप्त कर रहे हैं।
अखबार का प्रारूप पूरी तरह डिजिटल है। कर्मयोगी भी सैनिटाइज्ड होकर ही अखबार बांटते हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन भी इस बात को कह चुका है कि अखबार से कोरोना का संक्रमण नहीं फैलता है। सच तो यह है कि अखबार की छपाई से लेकर वितरण तक में बचाव के सभी मापदंडों का पालन हो रहा है। ऐसे में इसके पढ़ने से खतरे की जरा भी संभावना नहीं है। जिले के गणमान्य व्यक्ति भी लगातार दैनिक जागरण पढ़ रहे हैं।
जिस दिन अखबार नहीं पढ़ता हूं, लगता है कुछ खो सा गया
अखबार पढ़ने में जो मजा है, वह मोबाइल फोन और टेलीविजन के समाचार में नहीं है। कारण कि इसमें स्थानीय खबरों से लेकर देश-विदेश की खबरें एक साथ कुछ ही समय में मिल जाती हैं। मैं रोज दैनिक जागरण पढ़ता हूं। इसे बिना पढ़े चैन ही नहीं मिलता। जिस दिन समाचार पत्र न पढ़ें तो लगता है कुछ खो सा गया है। सुबह उठने के बाद के सबसे पहले अखबार पढ़ने की आदत बन गई है।
सुशील कुमार शर्मा, उपायुक्त जिला उद्योग केंद्र खुद के साथ पूरा परिवार रोज पढ़ता है दैनिक जागरण अखबार
कोरोना वायरस को लेकर लोग इतना भयभीत हो चुके हैं कि अब अपने मन से भी तरह-तरह की बातें बनाने लगे हैं। ऐसा करने से भ्रांतियां फैलती हैं। याद रखें समाचार पत्र से कोराना संक्रमण का खतरा बिल्कुल भी नहीं है। आपका अखबार पूरी तरह सुरक्षित है। क्योंकि यह पूरी तरह हाइजैनिक वातावरण में प्रकाशित किया जाता है। हम और हमारा पूरा परिवार रोज दैनिक जागरण पढ़ रहे हैं।
मनदीप कौर, स्टेशन हेड, आकाशवाणी केंद्र अखबार ही हमें देता है कोरोना की वास्तविक सूचना
अब तक कहीं भी यह बात सामने नहीं आई है कि अखबार से किसी को कोरोना हुआ हो। अखबार ही हमें कोरोना की वास्तविक सूचना देता है। इसके विषय में जागरूक करता है। देश भर के अपडेट अखबार ही हमें दे रहा है। हम पूरे लॉकडाउन दैनिक जागरण पढ़ते रहे हैं। अब भी पढ़ रहे हैं। सतर्क रहें, सावधान रहें, सचेत रहें, यही कोरोना से बचाव का कारगर तरीका है।
नवीन कुमार सिंह, जिला क्रीड़ा अधिकारी अखबार से नहीं है कोई खतरा, अफवाहों से रहें दूर
अखबार से कोरोना का खतरा नहीं है। क्योंकि इस की सारी प्रक्रिया के दौरान डायरेक्ट लोगों से जुड़ाव कम है। अखबार देने व लेने के दौरान किसी तरह का कोई खतरा नहीं है। दरअसल कुछ अत्यधिक डरे हुए लोगों ने मनगढ़ंत अफवाहें फैलाना शुरू कर दी हैं, जिससे लोगों के बीच गलतफहमियां बढ़ती जा रही हैं। डरें बिल्कुल नहीं, बस सरकार के निर्देशों का पालन करते रहें। कोशिश करें कि अधिक से अधिक समय घर ही बितायें।
चंद्रगुप्त सागर, जिला कृषि अधिकारी बगैर अखबार पढ़े नहीं शुरू होती है दिनचर्या
बगैर अखबार पढ़े दिनचर्या ही शुरू नहीं होती है। अखबार छूने व पढ़ने से किसी प्रकार की परेशानी नहीं है। इससे कोरोना कभी नहीं होगा। अखबार प्रेस से नियमित रूप से सैनिटाइज होकर निकलता है। उसके बाद हमारे हाथों में पहुंचता है। कोरोना वायरस ऐसे लोगों के संपर्क में आने से होता है, जो पहले से संक्रमित हैं।
हेमराज सिंह, जिला गन्ना अधिकारी