टीबी रोगियों की खोज में घूम रही टीमें, 84 नए मरीज मिले
रामपुर पोलियो की तर्ज पर केंद्र सरकार टीबी रोग को भी जड़ से खत्म करने के लिए गंभीर है। वर्ष 2025 तक देश से टीबी रोग से मुक्त करने का लक्ष्य लेकर चल रही सरकार इसके लिए हर संभव प्रयास कर रही है।
रामपुर : पोलियो की तर्ज पर केंद्र सरकार टीबी रोग को भी जड़ से खत्म करने के लिए गंभीर है। वर्ष 2025 तक देश से टीबी रोग से मुक्त करने का लक्ष्य लेकर चल रही सरकार इसके लिए हर संभव प्रयास कर रही है। इसके लिए अब शासन के निर्देश पर जिले में टीबी संक्रमण को हराने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान में 30 सितंबर तक पूरे जिले में सर्वे कर टीबी के रोगियों की खोज की जाएगी। उनका पता चलने पर मुफ्त उपचार दिया जाएगा। अभी तक सर्वे में 84 नए टीबी रोगी मिल चुके हैं।
जिला क्षय रोग अधिकारी डा. प्रदीप वाष्र्णेय ने बताया कि अभियान तीन चरणों में चलाया जा रहा है। पहला चरण दो सितंबर से छह सितंबर तक चलाया गया, जिसमें सुपरवाइजर की टीमों ने अनाथालय, वृद्ध आश्रम, नारी निकेतन, बाल संरक्षण गृह, मदरसा, नवोदय विद्यालय, कारागार में जाकर सर्वे किया। दूसरा चरण सात सितंबर से 16 सितंबर तक चलाया गया, जिसमें आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने डोर टू डोर सर्वे किया। घरों में जाकर बुखार और खांसी के मरीजों की तलाश की। इसमें टीबी के लक्षण वाले मरीजों को चिन्हित कर उनकी जांच कराई गई। अब 17 सितंबर से तीसरा चरण शुरू हो गया है, जो 30 सितंबर तक चलेगा। इसमें 13 टीमें लगाई हैं जो बाजारों में घूम रही हैं। ये टीमें अनाज मंडी, सब्जी मंडी, फल मंडी, ईंट भट्ठों, साप्ताहिक बाजारों, कारखानों आदि में जाकर सर्वे कर रही हैं। मजदूर तबके के लोगों के बीच टीबी रोगियों की खोज करेंगी। इनमें किसी में भी टीबी के लक्षण होंगे तो उनकी जांच कराई जाएगी। शुरु के दो चरण में जिले में टीबी के 84 मरीज मिले हैं, जिनका उपचार शुरू कर दिया है। वर्तमान में जिले में टीबी रोगियों की संख्या
3708 हो गई है। लोगों से अपील है कि यदि किससी को लंबे समय से खांसी है और टीबी रोग के लक्षण हैं तो वह टीबी की जांच जरूर करा ले। उसकी जांच से लेकर इलाज तक की मुफ्त सुविधा सरकार उपलब्ध करा रही है।