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एससीएसटी एक्ट में संसोधन के विरोध में सड़कों पर उतरे सवर्ण, कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन

रामपुर : एससीएटी एक्ट के विरोध में सवर्ण सड़कों पर उतर आए। विरोध करने वाले लोगों ने

By JagranEdited By: Published: Fri, 07 Sep 2018 12:17 AM (IST)Updated: Fri, 07 Sep 2018 12:17 AM (IST)
एससीएसटी एक्ट में संसोधन के विरोध में सड़कों पर उतरे सवर्ण, कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन
एससीएसटी एक्ट में संसोधन के विरोध में सड़कों पर उतरे सवर्ण, कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन

रामपुर : एससीएटी एक्ट के विरोध में सवर्ण सड़कों पर उतर आए। विरोध करने वाले लोगों ने जुलूस निकालते हुए कलक्ट्रेट पहुंचे और प्रदर्शन किया। बाद में राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन नगर मजिस्ट्रेट को सौंपा। प्रदर्शन करने वालों में अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा और सामान्य एवं पिछड़ा वर्ग समन्वय समिति के सदस्य शामिल रहे।

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गुरुवार को समिति अध्यक्ष आकाश सक्सेना के नेतृत्व में प्रदर्शनकारी ज्वालानगर कृष्णा विहार से रैली निकालते हुए कलक्ट्रेट पहुंच गए। उन्होंने यहां एससीएसटी एक्ट के विरोध में नारेबाजी की। पुलिस ने इन्हें कलेक्ट्रेट के अंदर नहीं जाने दिया। सिटी मजिस्ट्रेट ने गेट पर आकर ही ज्ञापन ले लिया। ज्ञापन में सरकार द्वारा किए संशोधन की कड़े शब्दों में ¨नदा की एक्ट वापस लिए जाने की मांग की। साथ ही चेतावनी दी कि इस संशोधन के विरोध में सड़क से लेकर संसद तक आंदोलन किया जाएगा। प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन में कहा है कि एक्ट के विषय में सर्वोच्च न्यायालय द्वारा दिए निर्णय को ही लागू किया जाए। प्रदर्शन करने वालों में प्रदीप सक्सेना, ठाकुर राकेश ¨सह, आशीष सक्सेना, प्रखर सक्सेना, शुभम जौहरी, अभय प्रताप ¨सह, मुकेश कुमार, अजय ¨सह, सूर्य प्रकाश, अतुल शर्मा, मनोज कुमार, देवेंद्र ¨सह आदि शामिल रहे।

अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा से जुड़े लोग गुरुवार दोपहर करीब 11 बजे ज्वालानगर से जुलूस की शक्ल में कलेक्ट्रेट पहुंचे और एससीएसटी एक्ट में संसोधन के विरोध में प्रदर्शन करके नारेबाजी की। कलेक्ट्रेट मे नगर मजिस्ट्रेट ओम प्रकाश तिवारी ने प्रदर्शनकारियों का ज्ञापन लिया। महासभा के पदाधिकारियों का कहना था कि केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के विरुद्ध अध्यादेश लाने से देश की जनता के मन में भय का माहौल व्याप्त हो गया है। इस एक्ट में संशोधन से देश की एकता और अखंडता को खतरा पैदा हो गया है। इस तरह के मामलों में अपराध की शिकायत मिलते ही पुलिस रिपोर्ट दर्ज करेगी और केस दर्ज होने से पहले जांच भी नहीं होगी। गिरफ्तारी से पहले किसी सक्षम अधिकारी की इजाजत भी नहीं लेनी होगी। यह एक्ट न्याय के बजाय उत्पीड़न की वजह बनकर रह जाएगा। उन्होंने ज्ञापन में राष्ट्रपति से मांग की है कि इस एक्ट में ऐसी व्यवस्था की जाए, जिससे इसका दुरुपयोग न हो सके। झूठे मुकदमे कराकर एक्ट का दुरुपयोग करने वालों पर सख्त कार्रवाई का प्रावधान किया जाए। प्रदर्शन करने वालों में महासभा युवा के जिलाध्यक्ष ठाकुर अतुल कुमार ¨सह, ठाकुर वीपी ¨सह, ठाकुर पुष्पेंद्र ¨सह, ठाकुर अजय ¨सह तोमर, ठाकुर प्रदीप ¨सह, ठाकुर अजित ¨सह, ठाकुर सुनील ¨सह, ठाकुर राम मोहन ¨सह, ठाकुर शिवा ¨सह, ठाकुर अजय ¨सह आदि मौजूद रहें।

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भारत बंद का नहीं हुआ असर, खुले बाजार

जिले में एससीएसटी एक्ट के विरोध में भारत बंद का असर नहीं दिखाई दिया। यहां सामान्य वर्ग इस एक्ट के विरोध में न तो घरों से बाहर निकला और न ही बाजार बंद हुए। व्यापारी संगठनों ने भी बंद का समर्थन नहीं किया। हालांकि कुछ संगठन एक्ट के विरोध में सड़कों पर आए और एक्ट के विरोध में प्रदर्शन कर अपनी नाराजगी जताई। उधर, बंद को लेकर पुलिस प्रशासन अलर्ट रहा। सड़कों और चौराहों पर पुलिस फोर्स तैनात रही।


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