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आज से गुलजार होंगी ज्ञान की बगिया, चहकेगा कोना-कोना

शासन की गाइडलाइन के अनुरूप बच्चों को कोरोना के संक्रमण से बचाने के लिए स्कूलों में सफाई के साथ ही विशेष उपाय किए गए हैं। थर्मल स्क्रीनिंग से सैनिटाइजर तक का प्रबंध किया गया है। बिना मास्क लगाए बच्चे विद्यालय में प्रवेश नहीं कर सकेंगें।

By JagranEdited By: Published: Sun, 28 Feb 2021 11:54 PM (IST)Updated: Sun, 28 Feb 2021 11:54 PM (IST)
आज से गुलजार होंगी ज्ञान की बगिया, चहकेगा कोना-कोना
आज से गुलजार होंगी ज्ञान की बगिया, चहकेगा कोना-कोना

जेएनएन, रामपुर : कोरोना काल में एक साल से बंद प्राथमिक विद्यालय सोमवार से खुल रहे हैं। विद्यालयों में पढ़ाई के लिए बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा सारी तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं। इससे पहले उच्च प्राथमिक विद्यालय खोले जा चुके हैं लेकिन, प्राथमिक विद्यालय अब तक सूने थे। आज नौनिहालों के पहुंचने से एक साल सन्नाटे में रह रहे स्कूल गुलजार हो उठेंगे। बच्चों के स्वागत के लिए स्कूलों को सजाया गुब्बारों फूलों आदि से सजाया गया है। जिले में 1600 सौ परिषदीय विद्यालय हैं। इनमें से करीब एक हजार प्राथमिक व 600 जूनियर स्तर के हैं। कक्षा छह तक के विद्यालय 10 फरवरी को खोले जा चुके हैं।

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शासन की गाइडलाइन के अनुरूप बच्चों को कोरोना के संक्रमण से बचाने के लिए स्कूलों में सफाई के साथ ही विशेष उपाय किए गए हैं। थर्मल स्क्रीनिंग से सैनिटाइजर तक का प्रबंध किया गया है। बिना मास्क लगाए बच्चे विद्यालय में प्रवेश नहीं कर सकेंगें। इसके साथ ही दो गज की दूरी के नियमों के पालन कराया जाएगा।

परिषदीय विद्यालयों को मिशन कायाकल्प के तहत स्वच्छ और सुंदर बनाया गया। जबकि मिशन प्रेरणा के तहत विद्यालयों को स्मार्ट बनाया गया है। स्मार्ट बोर्ड से लेकर कंप्यूटर, स्मार्ट टीवी लगाए गए हैं। जबकि कई स्कूलों में प्रोजेक्टर से पढ़ाई होगी। बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के लिए शिक्षण सहायक सामग्री का विकास किया गया है। शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए 1100 से ज्यादा शिक्षक तैनात किए गए। विद्यालय संचालन में अभिभावकों के सहयोग के लिए उनसे संपर्क किया जा रहा है। इसके लिए मुहल्ला चौपाल लगाई जा रही हैं। अलग-अलग दिन लगेंगी कक्षाएं

बच्चों को स्कूल आने के लिए अलग-अलग समय सारणी निर्धारित की गई है। सोमवार व गुरुवार को कक्षा एक और पांच के बच्चे ही विद्यालय आएंगे। मंगलवार व शुक्रवार को कक्षा दो व चार के बच्चे बुलाए जाने के आदेश हैं। बुधवार व शनिवार को कक्षा तीन के बच्चे विद्यालय आ सकेंगे। अभिभावकों से ली गई अनुमति

बच्चों के शैक्षिक स्तर में सुधार के लिए 100 दिन का विशेष अभियान बेसिक शिक्षा परिषद के महा निदेशक विजय किरण आनंद के आदेश पर चलेगा। इसके साथ ही बच्चों को स्कूल भेजने के लिए अभिभावकों से लिखित अनुमति ली गई है। स्कूल खोलने को लेकर शिक्षक भी उत्साहित

प्राथमिक विद्यालय अजीमनगर के प्रधानाध्यापक अहमद अली का कहना है कि स्कूल खोलने को लेकर उत्साह है। इसके लिए स्कूल में साफ-सफाई के साथ ही रंगाई और पुताई कराई गई है। प्राथमिक विद्यालय कुंडेसरा के शिक्षक इंद्रेश कुमार का कहना की स्कूल को बच्चों के लिए खूब सजाया गया है। सैनिटाइजर के साथ-साथ मास्क आदि की व्यवस्था की गई है। प्राथमिक विद्यालय इमरताराय की प्रधानाध्यापिका शीला ने बताया कि लंबे इंतजार के बाद स्कूल खुल रहे हैं। इसके लिए बहुत सारी तैयारियां की गई हैं। सफाई के अलावा बच्चों के खेलने के लिए तमाम सामग्री लाई गई है। कक्षाओं को सजाया गया है। अभिभावकों से संपर्क कर बच्चों को स्कूल भेजने के लिए प्रेरित किया गया। उनसे लिखित अनुमति भी ली गई है। कन्या टांडा स्कूल के हेड राजवीर ने बताया कि पहली मार्च को स्कूल खुलने पर बच्चों का स्वागत किया जायेगा। इसकी तैयारियां कर ली गई हैं। क्या बोलीं बीएसए

शासन के आदेश पर पहली मार्च से कक्षा एक से पांच तक के स्कूल खोले जा रहे हैं। इसके लिए सभी बीईओ एवं प्रधानाध्यापकों को निर्देशित किया गया है। साथ ही विद्यालयों में सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने के साथ ही कोरोना के संक्रमण से बचाव के प्रबंध किए हैं। बच्चों को विद्यालय आने एवं बैठाने से लेकर एमडीएम (मिड डे मील) वितरण तक में सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए।

ऐश्वर्या लक्ष्मी, बेसिक शिक्षा अधिकारी, रामपुर।


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