आइएएस बनकर देश सेवा करना चाहता है शिवांश
सीबीएसइ इंटर में 99.4 प्रतिशत अंक प्राप्त कर जनपद में टॉप पर रहे शिवांश शुक्ला आइएएस बनना चाहते हैं।
जागरण संवाददाता, रामपुर : सीबीएसइ इंटर में 99.4 प्रतिशत अंक प्राप्त कर जनपद में टॉप पर रहने वाले डीएमए के छात्र शिवांश शुक्ला ने स्कूल का नाम रोशन कर दिया। उसने कभी ट्यूशन नहीं पढ़ी और जिला टापर बन गया। उसकी इस सफलता से पूरा परिवार खुशी से गदगद है। आमतौर पर देखा जाता है कि बच्चे पढ़ लिख कर जिस क्षेत्र से उनका परिवार जुड़ा होता है, वहां ही कॅरियर बनाना चाहते हैं। लेकिन, चिकित्सक परिवार से जुड़ा यह टॉपर चिकित्सक न बन कर आइएएस बन देश की सेवा करना चाहता है। उसने दैनिक जागरण से बातचीत के दौरान अपने मन की बात साझा की।
शिवांश के पिता डा. विकास शुक्ला और दादा डा. मुनीश चंद्र शुक्ला मिलक के जाने माने चिकित्सक हैं। शिवांश का कहना है कि सफलता प्राप्त करने के लिए जरूरी नहीं है कि हर समय किताबों से ही चिपके रहो। इससे मन अवसादग्रस्त हो जाता है। वह कहते हैं कि मैं नहीं कहूंगा कि मैं रात-दिन किताबों से ही चिपका रहा। यह सही बात है कि मुझे पढ़ने का शौक है किन, कोर्स की पुस्तकों से हट कर भी मैं अन्य साहित्य पढ़ता रहता हूं। स्कूली पढ़ाई की बात करें तो मैं सामान्य तौर पर केवल चार घंटे ही अधिक से अधिक पढ़ाई को देता था लेकिन, जितना भी पढ़ता था, पूरी तल्लीनता के साथ पढ़ता था। हां, परीक्षा के समय जरूर 14-15 घंटों तक पढ़ाई की। खेलने में भी पीछे नहीं रहा। बराबर जमकर मस्ती करता रहा। चार सालों से लगातार शत प्रतिशत उपस्थिति कक्षा में रही। एक भी ट्यूशन कभी नहीं ली। कक्षा में जो भी पढ़ाया गया, उस पर ही पूरा फोकस किया। एक साल हेड ब्वॉय और एक साल वाइस हेड ब्वॉय रहे।उनका कहना है कि आइएएस बन कर देश की सेवा करना चाहते हैं। दादा डॉ. मुनीश चंद्र शुक्ला गर्व से कहते हैं कि बच्चे की खुशी में ही हमारी खुशी है।