दोस्त की हत्या कर फरार आरोपित की तलाश में पुलिस ने दी दबिश
पुलिस ने मृतक के स्वजनों और हत्यारोपित के गांव में जानकारी की तो पता चला कि दोनों अधिकतर साथ रहते थे।
जासं, बिलासपुर (रामपुर) : दोस्त की हत्या कर फरार होने वाले आरोपित की तलाश में पुलिस ने कई संभावित स्थानों पर दबिश दी, लेकिन वह नहीं मिला। उसकी गिरफ्तारी न होने से पुलिस और मृतक के स्वजनों के सामने यह बड़ा सवाल है कि आखिर ऐसी नौबत क्यों आई? दरअसल, नैनीताल का लक्ष्मण सिंह बिष्ट और करतारपुर गांव के इंद्रपाल सिंह मोनू इतने गहरे दोस्त थे कि कभी किसी को अंदाजा ही नहीं था कि उनके बीच ऐसी दुश्मनी हो जाएगी, जो किसी एक की जान ले लेगी। दोनों पार्टनरशिप में ट्रक चलवाते थे।
पुलिस ने मृतक के स्वजनों और हत्यारोपित के गांव में जानकारी की तो पता चला कि दोनों अधिकतर साथ रहते थे। लक्ष्मण अक्सर मोनू से मिलने गांव आता रहता था। घटना की रात भी वह करतारपुर गांव में मोनू के साथ था। आखिर दोनों के बीच ऐसी क्या बात हुई, जो मोनू ने उसे तीन गोलियां मारकर मौत की नींद सुला दिया। इस रहस्य का पर्दाफाश अब हत्यारोपित की गिरफ्तारी से ही संभव है।
पुलिस अधीक्षक शगुन गाौतम ने हत्यारोपित की गिरफ्तारी के लिए बिलासपुर पुलिस के अलावा एसओजी और सर्विलांस टीम को भी लगा दिया है। पुलिस की टीमों ने घटना के बाद से कई संभावित स्थानों पर दबिश भी दी, लेकिन उसका पता नहीं चल सका। पुलिस टीमें उसकी गिरफ्तारी में लगी हैं।
तीन साल पहले हुई थी शादी
बिलासपुर: नैनीताल के जिस युवक की उसके ही दोस्त ने गोली मारकर हत्या कर दी, वह अपने परिवार का लाडला था। उसके भाई राजेंद सिंह बिष्ट ने बताया कि लक्ष्मण सिंह का विवाह तीन वर्ष पूर्व हुआ था। उसकी दो साल की बेटी भी है। वह काफी समय से पत्नी गीता और बेटी के साथ रुद्रपुर में रह रहा था। सोमवार को घटना से पहले उसकी फोन पर पत्नी से बात हुई थी। उसने जल्दी आने की बात कही थी, लेकिन वह नहीं आया। बाद में उसकी मौत की खबर आई। उसकी दो साल की बेटी अब भी अपने पापा का इंतजार कर रही है। वह बार-बार पापा के बारे में पूछ रही है।