किसानों ने किया हाईवे जाम, पुलिस ने भांजी लाठियां
फोटो 1 से 10 जिलाध्यक्ष से अभद्रता पर भड़के किसान तेवर देख उड़े अधिकारियों के होश
जागरण संवाददाता, रामपुर : भारतीय किसान यूनियन ने बुधवार को गन्ना बकाया भुगतान व मूल्य न बढ़ाए जाने आदि समस्याओं को लेकर शहजादनगर में हाईवे पर जाम लगा दिया। पुलिस ने किसानों को हटाने का प्रयास किया। लेकिन, वे नहीं माने। इसपर पुलिस ने लाठियां भांज दीं। इस दौरान एक किसान घायल हो गया। जिलाध्यक्ष को भी पुलिस जबरन उठाकर थाने ले गई। इस पर किसानों के तेवर उग्र हो गए। वे पुलिस की कार्रवाई के विरोध में नारेबाजी करते हुए हाईवे पर बैठ गए। किसानों की बढ़ती संख्या देख पुलिस के होश उड़ गए। आननफानन में भारी संख्या में फोर्स मौके पर जा पहुंची। किसानों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन निष्फल रहा। बाद में सीओ स्वयं थाने पहुंचे और जिलाध्यक्ष को समझाकर अपने साथ लेकर आए। एसपी द्वारा कार्रवाई का आश्वासन दिए जाने के बाद धरना समाप्ति की घोषणा की गई।
भारतीय किसान यूनियन के आह्वान पर बुधवार को प्रदेश भर में किसानों की समस्याओं को लेकर धरना दिया गया। रामपुर में भी इसकी सूचना पहले ही अधिकारियों को दे दी गई थी। निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार साढ़े दस बजे किसान थाना शहजादनगर के दुर्गनगला स्थित जीरो प्वाइंट पर पहुंचना शुरू हो गए थे। जिलाध्यक्ष हसीब अहमद के अनुसार पौने ग्यारह बजे थे। किसान अभी इकट्ठा होना शुरू ही हुए थे। धरना शुरू भी नहीं हुआ था कि वहां पहले मौजूद पुलिस कर्मियों द्वारा किसानों को हटाने का प्रयास किया जाने लगा। किसानों के न मानने पर पुलिस उन्हें खदेड़ने लगी। इस पर जिलाध्यक्ष ने विरोध जताया। आरोप है कि इस पर पुलिस ने उनके साथ धक्कामुक्की करते हुए अभद्रता शुरू कर दी। इस पर किसान भड़क गए। वे जिलाध्यक्ष को छुड़ाने का प्रयास करने लगे। किसानों को विरोध करता देख पुलिस ने लाठियां भांजना शुरू कर दी, जिसमें कई किसानों को चोटें भी आईं। इस दौरान छोटे नाम के किसान का हाथ भी फ्रैक्चर हो गया। तत्काल साथियों द्वारा उन्हें चिकित्सक के पास ले जाया गया। हाथ पर प्लास्टर करवाने के बाद वह दोबारा धरने में सम्मिलित हो गए। पुलिस जिलाध्यक्ष को गाड़ी में डाल कर थाना शहजाद नगर ले गई।
उधर कार्यकर्ताओं ने इसकी सूचना भाकियू हाईकमान को दे दी, जिस पर प्रदेश भर में धरने का समय बढ़ा दिया गया। वहीं प्रदेश अध्यक्ष द्वारा मंडल अध्यक्ष महेंद्र सिंह रंधावा को तत्काल मौके पर भेजा गया। उनके पहुंचते ही किसानों का हौंसला और बढ़ गया। पुलिस के विरोध में नारेबाजी और भी तेज हो गई। किसानों के चढ़ते तेवर देख पुलिस प्रशासन अलर्ट हो गया। आननफानन में जिले भर की पुलिस वहां बुला ली गई।
उधर हाईवे के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग चली थी। तीन घंटे तक जाम लगने से यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। अनेक लोग पैदल ही रामपुर की ओर चल दिए। थाने में जिद पर अड़े जिलाध्यक्ष
रामपुर : किसानों के उग्र तेवर देख कर सीओ ब्रह्मपाल सिंह थाना शहजाद नगर जा पहुंचे। उन्होंने पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई पर अफसोस जताते हुए वहां पुलिस हिरासत में मौजूद जिलाध्यक्ष हसीब अहमद से अपने साथ चलने को कहा। इस पर जिलाध्यक्ष जिद पर अड़ गए। उनका कहना था कि अब तो राष्ट्रीय अध्यक्ष के यहां आने पर ही वह यहां से बाहर जाएंगे। इस पर सीओ ने उन्हें मनाने का बहुत प्रयास किया। पुलिस अधीक्षक से उनकी वार्ता करवाई। उधर मंडल अध्यक्ष की भी पुलिस अधीक्षक से फोन पर वार्ता हुई। जिलाध्यक्ष ने बताया कि एसपी ने जांच कराकर कार्रवाई का आश्वासन दिया है। जिलाध्यक्ष ने बताया कि एसपी के खेद व्यक्त करने व आरोपितों पर कार्रवाई का आश्वासन देने पर वह सीओ के साथ पुन: धरना स्थल पर पहुंचे। पौने तीन बजे किसानों ने एसडीएम को ज्ञापन दिया। उसके बाद धरना समाप्ति की घोषणा की गई। हाथ पर प्लास्टर चढ़वा कर दोबारा धरने में शामिल हुआ किसान
रामपुर : समस्याओं को लेकर आवाज बुलंद करने का जुनून धरने के दौरान किसानों में खूब देखने को मिला। पुलिस द्वारा जिलाध्यक्ष को गिरफ्तार करने का विरोध जता रहे कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने लाठियां भांजीं तो भी किसानों ने मैदान नहीं छोड़ा। इस दौरान कई किसानों को चोटें आईं। जिलाध्यक्ष हसीब के अनुसार इस दौरान छोटे नाम के किसान का हाथ भी फ्रैक्चर हो गया। इस पर किसान उन्हें तत्काल चिकित्सक के पास ले गए। वहां से फ्रैक्चर चढ़वाने के बाद वह पुन: धरना स्थल पर पहुंचे और पुलिस के विरोध में जम कर नारेबाजी की।