अस्थाई पुल के निर्माण से क्षेत्र के लोगों को मिलेगा लाभ
बरसात शुरू होने से पहले ही हर बार तोड़ दिया जाता है पुल
जागरण संवाददाता, टांडा : लालपुर स्थित कोसी नदी पर अस्थाई पुल के निर्माण से क्षेत्र का संपर्क फिर से जिला मुख्यालय से जुड़ जाएगा, जबकि बड़े व ओवरलोड वाहनों तथा यात्रियों के लिए समस्या लगातार बनी रहेगी।
लालपुर स्थित कोसी पुल जो कई दशकों से लगातार परेशानी का कारण बना हुआ है। वर्ष 2016 में नए पुल के निर्माण के चलते कोसी नदी का पुराना पुल तोड़ दिया गया था। क्षेत्र के लोगों की समस्या को ध्यान में रखते हुए प्रशासन द्वारा लकड़ी का अस्थाई पुल बना दिया गया। बरसात शुरू होने से पहले वह हर बार तोड़ दिया जाता है, जिससे क्षेत्र के लोगों की समस्या भी बढ़ जाती है। इस बार भी जून में बरसात शुरू होने से पहले अस्थाई पुल तोड़ दिया गया था। पुल टूटने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। किसी आवश्यक कार्य से रामपुर-टांडा आने जाने वाले पैदल यात्री व बाइक सवार लोगों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा था। विशेषकर महिलाओं व बच्चों के लिए नदी पार करना जोखिम भरा काम है। कुछ बाइक सवार वाया सैदनगर अथवा मुरादाबाद होकर रामपुर जाने को मजबूर हैं। इस बीच कोसी नदी पार गांव खिजरपुर से वाया लालपुर-बिचपुरी आने वाले ताजियेदारों ने अस्थाई कोसी नदी के पुल की मांग की थी। प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए अस्थाई पुल के निर्माण की शुरुआत सेतु निगम से शुरु करा दी। अस्थाई पुल के निर्माण होने से क्षेत्र के लोगों को काफी राहत मिलेगी। जिला मुख्यालय सहित कोर्ट जाने वाले लोगों, कालेज जाने वाले छात्रों तथा कृषि आदि से संबंधित कार्यों से आर-पार आने वाले किसानों को काफी राहत मिलेगी। क्षेत्र के लोग लालपुर क्षतिग्रस्त पुल के कारण लगातार परेशानी से जूझ रहे हैं। विशेषकर रोगियों और कोर्ट कचहरी जाने वालों के लिए तो लालपुर का रास्ता नरक बन गया है। लकड़ी का पुल एक मात्र सहारा था। वह भी प्रशासन ने तोड़ दिया था। निर्माण के बाद काफी राहत मिलेगी।
मोहम्मद उसमान। ठेकेदारी का काम है, जिससे टांडा-लालपुर भी जाना पड़ता है। रामपुर से पुल द्वारा रास्ता काफी सीधा व शार्ट पड़ता है। पहले लकड़ी के पुल से आसानी थी। लकड़ी का पुल तोड़ने से रास्ता ही बंद हो गया है। स्वार होकर रामपुर से इधर जाने में परेशानी होती है।
करन गंगवार। लालपुर स्थित कोसी पुल कई दशकों से क्षतिग्रस्त होने के कारण बंद पड़ा है। अब लकड़ी का पुल तोड़ने से कारोबार के संबंध में लालपुर, सैदनगर या टांडा जाने को लंबा चक्कर काटना पड़ेगा जो बड़ी समस्या है। लालपुर कोसी पुल बनने से दिक्कत कम होगी।
शाकिर। क्षतिग्रस्त पुल बंद होने के चलते क्षेत्र का कारोबार पूरी तरह ठप हो गया है। यातायात की समस्या बनी रहने से लोगों ने इधर आना ही छोड़ दिया है। इस ओर प्रशासन कोई ध्यान नहीं दे रहा है। लकड़ी के अस्थाई पुल के दोनों साइडों में गहरे होने से परेशानी होती है।
जय सिंह।