लीकेज की तुरंत सूचना देने से रुकेगी पेयजल बर्बादी
रामपुर : शहर में पेयजल लाइन फटने और पानी की टोटियां खराब होने के कारण पानी रिसने से काफी पेयजल बर्बा
रामपुर : शहर में पेयजल लाइन फटने और पानी की टोटियां खराब होने के कारण पानी रिसने से काफी पेयजल बर्बाद हो जाता है। आसपास के लोग अगर तुरंत इसकी सूचना संबंधित विभाग के अधिकारियों को समय से दे दें और अधिकारी तत्परता दिखाते हुए इसे ठीक कराने का अगर प्रयास करें तो इससे काफी पेयजल बर्बाद होने से बचाया जा सकता है। दैनिक जागरण की ओर से पेयजल को बर्बाद होने से रोकने के लिए दैनिक जागरण आपके द्वार अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत जलकल विभाग को आवास विकास में पेयजल लाइन टूटने की सूचना दी गई। सूचना पर सोमवार की सुबह जलकल अभियंता विकास चौहान खुद टीम के साथ मौके पर पहुंचे और तुरंत खोदाई करवाकर पाइप लाइन की लीकेज को दूर कराया। उन्होंने कहा कि हमारी ओर से पेयजल बर्बाद न हो इसके लिए पूरा प्रयास किया जाता है।
इस दौरान आसपास के लोगो को पेयजल के प्रति जागरूक करते हुए कहा कि जल ही जीवन है, बिना जल के जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती। इसलिए सभी को इसके महत्व को समझना चाहिए और इसको बर्बाद होने से बचाने के लिए प्रयास किया जाना चाहिए। कई बार छोटी-छोटी लापरवाही के कारण काफी पेयजल बर्बाद हो जाता है। शहर में ओवरहेड टैंकों से लोगों के घरों तक पेयजल पहुंचाने के लिए पाइप लाइन बिछी हुई है। कई बार सड़क पर भारी वाहन गुजरने के कारण ये पाइप लाइनें टूट जाती हैं। इनसे पानी बहता रहता है, इसके आसपास के लोग काफी समय के बाद पाइप लाइन लीक होने की सूचना देते हैं, इतने समय में काफी पानी बर्बाद हो जाता है। इसके अलावा सड़क किनारे लगी टोटियों के बाल्व आदि खराब होने पर टोटी ठीक से बंद नहीं हो पाती और उनसे हर समय पानी टपकता रहता है, इससे भी काफी पानी बर्बाद होता है। अगर आसपास के लोग पेयजल को बचाने की अपनी जिम्मेदारी को ठीक से निभाएं और तुंरत जलकल विभाग को सूचना दें तो लीकेज को जल्द ठीक कराने को प्रयास शुरू किया जाएगा, जिससे हम पेयजल की बर्बादी को कम कर सकते हैं। पानी अनमोल है। जमीन के अंदर भी सीमित मात्रा में ही पानी है। जमीन के अंदर से पानी के ज्यादा दोहन के कारण भूगर्भ जलस्तर लगातार खिसकता जा रहा है। इसलिए पानी को बर्बाद होने से बचाने के लिए सभी को अपने स्तर से प्रयास करना चाहिए। अगर सभी लोग थोड़ा-थोड़ा पानी बर्बाद होने से बचाएंगे तो इससे काफी पानी की बचत हो सकती है।