ज्यादा दाम देकर भी पूरी नहीं मिल रही ऑक्सीजन
कोरोना काल में ऑक्सीजन की खपत बढ़ने से सप्लाई प्रभावित है।
जागरण संवाददाता, रामपुर : कोरोना काल में ऑक्सीजन की खपत बढ़ने से सप्लाई प्रभावित होने लगी है। ऑक्सीजन सिलेंडर मिलने में मुश्किल आ रही है और यदि किसी तरह मिल गए तो उसके ज्यादा दाम चुकाने पड़ रहे हैं। दिक्कत यही खत्म नहीं हो रही। ज्यादा दाम देकर भी सिलेंडर में पूरी गैस नहीं मिल रही। अभी यह समस्या मेडिकल सिलेंडर को लेकर नहीं है, लेकिन उन छोटे दुकानदारों को परेशानी हो रही है, जो बेल्डिग करते हैं। उनकी मानें तो सिलेंडर पर 200 से 250 रुपये तक अधिक देना पड़ रहे हैं, जबकि सिलेंडर में गैस भी कम मिल रही है। इससे उनके कारोबार की कमर टूट गई है। मुनाफा कम हो गया है।
ऑक्सीजन की किल्लत और कोरोना के खौफ के चलते जिले के ज्यादातर निजी अस्पताल संचालकों ने हाथ खड़े कर दिए हैं। वे सांस के मरीजों को भर्ती नहीं कर रहे हैं। दूसरी बीमारियों के मरीजों का भी इलाज करने से पहले कोरोना की जांच करा रहे हैं। ऐसे रोगी या तो जिला अस्पताल रेफर कर दिए जाते हैं या फिर मुरादाबाद, मेरठ, दिल्ली आदि के अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं। इसके अलावा शहर में ऐसे कई दुकानदार हैं जो वेल्डिग का काम करते हैं। इन्हें वेल्डिग के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर की जरूरत पड़ती है। इन्हें सप्लायर से ऑक्सीजन सिलेंडर खरीदने पड़ते हैं। सप्लायर नन्हे बताते हैं कि ऑक्सीजन की डिमांड बढ़ने से सप्लाई कम होने लगी है। इससे गैस के दामों में इजाफा हुआ है। मौजूदा समय में 140 पाउंड का बड़ा सिलेंडर 500 रुपये तक में बेचना पड़ रहा है, जबकि दो माह पहले तक इसकी कीमत 300 रुपये थी। इसी तरह 25 पाउंड वाले मेडिकल सिलेंडर की कीमत 100 रुपये से बढ़कर 200 रुपये हो गई है। सिलेंडर के दाम बढ़ने से कारोबार प्रभावित हुआ है। सप्लाई पर भी इसका असर पड़ा है। मांग के मुताबिक सप्लाई नहीं मिल पा रही है। बेल्डिग का काम करने वाले तंजीम बताते हैं कि सिलेंडर की कीमत ज्यादा देने पर भी पूरी गैस नहीं मिल रही है। सिलेंडर में 20 से 30 पाउंड तक गैस कम मिल रही है।