अब आजम के करीबियों की संपत्ति कुर्क करने की तैयारी
अब आजम के करीबियों की संपत्ति कुर्क करने की तैयारी
जागरण संवाददाता, रामपुर: सांसद आजम खां के करीबियों की पुलिस ने तेजी से धरपकड़ शुरू कर दी है। उनके मीडिया प्रभारी समेत कई दर्जनभर समर्थक गिरफ्तार किए जा चुके हैं। लेकिन, अब भी कई समर्थक पुलिस की पकड़ से बाहर हैं। पुलिस अब इनकी संपत्ति कुर्क कराने की प्रक्रिया अपना रही है। कोर्ट में कुर्की के लिए अर्जी लगा रही है। इनके खिलाफ वारंट और कुर्की वारंट जारी कराने की तैयारी में है।
सांसद आजम खां और उनके समर्थकों के खिलाफ पिछले साल चुलाई माह में बड़े पैमाने पर मुकदमे दर्ज हुए थे। पुलिस पहले तो इन मामलों में गिरफ्तारी के लिए कोई प्रयास नहीं कर रही थी। लेकिन अब दो सप्ताह से गिरफ्तारी के लिे लगातार दबिश दी जा रही हैं। सांसद के मीडिया प्रभारी फसाहत अली खां शानू समेत दर्जनभर समर्थक गिरफ्तार किए जा चुके हैं। शानू के खिलाफ ही 24 मुकदमे दर्ज हैं। आजम खां के खिलाफ जौहर यूनिवर्सिटी के लिए जमीने कब्जाने के आरोप में ही 28 मुकदमे दर्ज हुए। यूनिवर्सिटी के अलावा डूंगरपुर व घोसियान में मकान तोड़ने व जमीन कब्जाने के आरोप में भी उनके समर्थकों पर दो दर्जन मुकदमे लिखे गए। आजम खां के खिलाफ 80, उनकी पत्नी शहर विधायक डॉ. तजीन पात्मा के खिलाफ 32 और बेटे अब्दुल्ला आजम के खिलाफ 43 मुकदमे दर्ज हैं। धोखाधड़ी के मामलों में अदालत में पेश न होने पर स्पेशल एमपी एमएलए कोर्ट ने इन तीनों के कुर्की वारंट जारी कर दिए थे। इसके बाद तीनो ने 26 फरवरी को कोर्ट में समर्पण कर दिया। कोर्ट ने जमानत खारिज कर जेल भेज दिया। तब से ही तीनों सीतापुर जेल में बंद हैं। मुकदमों में वांछित अन्य समर्थकों की गिरफ्तारी के लिए भी उनके घरों पर छापेमारी की जा रही है। उनकी कुर्की के लिे भी प्रयास किए जा रहे हैं। अदालतों में अर्जी लगाई जा रही हैं। एक सप्ताह पहले उनके करीबी पूर्व सीओ सिटी आले हसन खां के एक मामले में कुर्की के नोटिस भी जारी हो चुके हैं। अदालत में लगी अर्जी
पुलिस अधीक्षक शगुन गौतम का कहना है कि सांसद के समर्थकों के खिलाफ दर्ज मुकदमे काफी दिन से लंबित हैं। विवेचना अधिकारियों को सभी मुकदमों की विवेचना का शीघ्र पूरी करने के आदेश दिए गए हैं। इसी लिए पुलिस अब तेजी से कार्रवाई कर रही है, जो लोग दोषी हैं, उनके खिलाफ चार्जशीट दाखिल करने के साथ ही उन्हे गिरफ्तार भी किया जा रहा है, जो अभियुक्त अभी पकड़ से बाहर हैं, उनकी संपत्ति कुर्की करने के लिए अदालत में अर्जी लगाई गई हैं।