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दिव्यांगजनों को आत्मनिर्भर बनाएगा मिशन समर्थ

रामपुर जिला प्रशासन ने दिव्यांगों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए मिशन समर्थ शुरू किया है। जिलाधिकारी रविद्र कुमार मांदड़ के नेतृत्व में दिव्यांगों के सशक्तिकरण के लिए यह प्रशासनिक पहल की गई है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 20 Jan 2022 11:24 PM (IST)Updated: Thu, 20 Jan 2022 11:24 PM (IST)
दिव्यांगजनों को आत्मनिर्भर बनाएगा मिशन समर्थ
दिव्यांगजनों को आत्मनिर्भर बनाएगा मिशन समर्थ

रामपुर : जिला प्रशासन ने दिव्यांगों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए मिशन समर्थ शुरू किया है। जिलाधिकारी रविद्र कुमार मांदड़ के नेतृत्व में दिव्यांगों के सशक्तिकरण के लिए यह प्रशासनिक पहल की गई है। इसके अंतर्गत जिलाधिकारी ने चिन्हित दिव्यांग असद पुत्र मोहम्मद अमीर द्वारा मुहल्ला गूजरटोला में संचालित लोकवाणी केंद्र पर पहुंचकर औपचारिक शुभारंभ किया। केंद्र संचालक को सम्मान पत्र भी सौंपा।

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जिलाधिकारी ने असद को जिले में दिव्यांगों के लिए स्वीप आइकान बनाने के लिए जिला कार्यक्रम अधिकारी राजेश कुमार को निर्देशित भी किया। असद ने बताया कि वह सिविल इंजीनियर हैं तथा घर से ही इस क्षेत्र का काम करते थे। बाद में उन्हें ऋण मिला तथा लोकवाणी केंद्र का संचालन करते हुए दो अन्य लोगों को भी रोजगार दे रहे हैं। इसी प्रकार दिव्यांग नईम पुत्र जमील खां निवासी थाना कुंडा को भी दो लाख रुपए का ऋण स्वीकृत किया गया। उनके द्वारा जरी/कारचोब का कार्य किया जा रहा है। इन दोनों के कार्यस्थल पर पहुंचकर मिशन समर्थ के अन्तर्गत आत्मनिर्भर बनकर समाज को नई दिशा प्रदान करने हेतु जिलाधिकारी ने सम्मान पत्र प्रदान किया।

जिलाधिकारी ने कहा कि हमारे समाज में कई लोग ऐसे हैं जो किसी न किसी रूप में दिव्यांग हैं। इनके लिए जनकल्याणकारी योजनाएं

संचालित हैं। इन योजनाओं के माध्यम से इन दिव्यांगजनों को समाज में यथोचित स्थान प्राप्त कराने तथा अपनी पहचान बनाने का कार्य मिशन समर्थ की पहल के माध्यम से किया जा रहा है। दिव्यांगजनों का आत्मनिर्भर होना बेहद जरूरी है, क्योंकि इससे वे समाज के लिए एक उदाहरण प्रस्तुत करते हैं। हमारी कोशिश है कि दिव्यांगों को मुख्य धारा से जोड़ा जाए। इसके लिए मिशन समर्थ का संचालन किया है। इसमें विभिन्न प्रकार के ऋण उपलब्ध कराकर इनके लिए स्वरोजगार के लिए अवसर उपलब्ध कराए जा रहे हैं। इसके साथ ही साथ दिव्यांग बच्चे/व्यक्ति जिनके दिव्य अंगों को सर्जरी के माध्यम से सही कराया जा सकता है, ऐसे लोगों को चिन्हित कर विशेषीकृत चिकित्सालय में भेजकर इनका उपचार कराया जाएगा। इस पर होने वाले व्यय का भुगतान जन सहयोग से कराया जाएगा।


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