रामपुर में जुगनू की खेती से मालामाल हो रहे किसान
फोटो 13 से 15 खेती किसानी का लोगो लगाए..
जागरण संवाददाता, रामपुर : किसान आय बढ़ाने के लिए खेती में नए-नए प्रयोग कर रहे हैं। सैदनगर ब्लाक में गन्ना, गेहूं और धान की खेती करने के बजाय अब बागवानी के साथ जुगनू की खेती में भी करने लगे हैं। जुगनू रंग में खीरे और तोरई की तरह होता है। लेकिन, आकार में कुछ बड़ा है। उत्पादन भी इसका ज्यादा होता है। खेत में इसकी कीमत एक हजार से लेकर डेढ़ हजार रुपये क्विटल तक है।
परंपरागत खेती किसानों के लिए घाटे का सौदा बन रही है। ऐसे में किसान आय बढ़ाने के लिए नए-नए तरीके आजमा रहे हैं। ऐसे ही कुछ किसान सैदनगर ब्लाक में हैं जो बागवानी में आलू, मटर, खीरा, औषधियों, करेला और पालक के अलावा जुगनू की खेती में हाथ आजमा रहे हैं। दर्जन भर से ज्यादा किसान इसकी खेती कर रहे हैं। प्रदेश के अलावा दूसरे राज्यों में भी जुगनू की मांग ज्यादा है। उत्पादन भी इसका ज्यादा होता है। इस समय इसकी फसल तैयार है, और किसान इसको दिल्ली व मेरठ की मंडी में ले जाकर बेच रहे हैं। खेत से ही ले जा रहे आढ़ती
नगलिया आकिल के किसान इरफान अली का कहना है कि जुगनू को आढ़ती खेत से ही उठाकर ले जाते हैं। खेत में इसकी कीमत इस समय एक हजार के आसपास है, जबकि पहले डेढ़ हजार रुपये थी। अक्टूबर माह में यह फसल बोई जाती है और दो माह में फसल तोड़ने के लिए तैयार हो जाती है। वह एक बार फसल तोड़ चुके हैं। अब दोबारा तोड़ने की तैयारी है। इसी महीने में दो बार और तोड़ी जाएगी। उनका कहना है कि धान और गेहूं की खेती के मुकाबले इसमें करीब दो गुना फायदा है। उनका कहना है कि इस समय दाम कम हैं, लेकिन पहले अच्छे दाम थे। उनका कहना है कि अच्छी आमदनी हो जाती है। यही वजह है कि क्षेत्र के किसानों का रुझान जुगनू की खेती की ओर बढ़ रहा है