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आक्सीजन समेत जीवन रक्षक संसाधन बढ़ाएं निजी अस्पताल

जिलाधिकारी ने रविवार को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन से जुड़े चिकित्सकों के साथ वर्चुअल संवाद किया। इस दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद में प्रशासनिक स्तर से कोविड-19 संक्रमित मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य उपचार सेवाएं मुहैया कराने के लिए विभिन्न स्तरों पर लगातार कार्य किया जा रहा है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 10 May 2021 12:39 AM (IST)Updated: Mon, 10 May 2021 12:39 AM (IST)
आक्सीजन समेत जीवन रक्षक संसाधन बढ़ाएं निजी अस्पताल
आक्सीजन समेत जीवन रक्षक संसाधन बढ़ाएं निजी अस्पताल

रामपुर, जेएनएन : भविष्य में कोरोना संक्रमण से निपटने को प्रशासन ने निजी अस्पतालों को भी अपने यहां आक्सीजन समेत अन्य जीवन रक्षक संसाधन बढ़ाने पर जोर दिया है। साथ ही हिदायत दी है कि वे इलाज के लिए निर्धारित शुल्क की रेट लिस्ट चस्पा जरूर करें, ताकि भर्ती होने वाले मरीज को इसकी पहले से जानकारी रहे। साथ ही आक्सीजन की जरूरत वाले मरीज को तब ही भर्ती करें, जब अस्पताल में आक्सीजन उपलब्ध हो।

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जिलाधिकारी ने रविवार को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन से जुड़े चिकित्सकों के साथ वर्चुअल संवाद किया। इस दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद में प्रशासनिक स्तर से कोविड-19 संक्रमित मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य उपचार सेवाएं मुहैया कराने के लिए विभिन्न स्तरों पर लगातार कार्य किया जा रहा है। कोरोना संक्रमित मरीजों की आक्सीजन की जरूरतों को देखते हुए आक्सीजन आपूर्ति लगातार बनाए रखने के लिए भी नियमित रूप से मानिटरिग की जा रही है, ताकि किसी मरीज की आक्सीजन के अभाव के कारण स्वास्थ्य उपचार में कोई कमी न रहने पाए।

जिलाधिकारी ने बताया कि जिले में पांच लीटर प्रति मिनट की क्षमता वाले 70 आक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध हैं, जिनमें से 50 जिला चिकित्सालय में, 15 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिलासपुर और पांच जौहर मेडिकल कालेज में बनाए एल-वन हास्पिटल में उपलब्ध कराए गए हैं। भविष्य की जरूरतों को देखते हुए 50 अन्य आक्सीजन कंसंट्रेटर की खरीद की प्रक्रिया चल रही है, जिनमें 40 कंसंट्रेटर पांच लीटर क्षमता वाले तथा 10 कंसंट्रेटर 10 लीटर प्रति मिनट क्षमता वाले शामिल हैं।

बेड की उपलब्धता के संबंध में जिलाधिकारी ने बताया कि जिला चिकित्सालय में बनाए गए एल-टू हास्पिटल में 100 बेड, जौहर मेडिकल कालेज में 90 बेड, बिलासपुर सीएचसी में 30 बेड और नारायणा हास्पिटल में 40 बेड की व्यवस्था है। साथ ही लगातार स्वास्थ्य सेवाओं की क्षमता वृद्धि के लिए कार्य किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि कोविड-19 मरीजों के साथ-साथ अन्य विभिन्न गम्भीर बीमारियों से पीड़ित मरीजों को भी उपचार मिलना चाहिए। इसके लिए डाक्टर गंभीरता पूर्वक कार्य करें, ताकि अन्य गंभीर बीमारियों से पीड़ित मरीजों के उपचार में कोई समस्या न उत्पन्न होने पाए। निजी अस्पताल आक्सीजन सिलिंडरों का अवैध भंडारण और ओवररेटिग किसी भी दशा में न करें।

जिलाधिकारी ने निजी अस्पताल संचालकों से कोविड एवं अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के बढ़ते मामलों के दृष्टिगत अपनी क्षमता वृद्धि पर विशेष ध्यान देने की अपील की। इसके लिए आक्सीजन कंसंट्रेटर सहित अन्य विभिन्न प्रकार की सुविधाओं में बढ़ोतरी करें, ताकि भविष्य में प्राइवेट हास्पिटल में भी आक्सीजन सहित अन्य जीवन रक्षक संसाधनों की भरपूर उपलब्धता हो और वहां इलाज करा रहे मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया हो सके। वर्चुअल बैठक के दौरान निजी डाक्टरों ने अपने सुझाव भी दिए, जिन पर जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं डाक्टरों के साथ चर्चा की। कहा कि जिले में बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं को बरकरार रखने में सभी की सकारात्मक भागीदारी एवं सहयोग बेहद महत्वपूर्ण है।


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