तेंदुए की सूचना पर दिन भर दौड़ती रही वन विभाग की टीम
जेएनएन रामपुर जिले में तेंदुए की दहशत बढ़ती जा रही है। कभी दढि़याल तो कभी मानपुर उत्तरी में तेंदुआ दिखाई दे रहा है। वन विभाग की टीमें हर सूचना पर दौड़ रही हैं। जौहर यूनिवर्सिटी परिसर में भी झाड़ियों में तेंदुआ देखे जाने की सूचना पर वन विभाग की टीम ने कांबिग की लेकिन तेंदुए के होने की पुष्टि नहीं हो सकी।
जेएनएन, रामपुर : जिले में तेंदुए की दहशत बढ़ती जा रही है। कभी दढि़याल तो कभी मानपुर उत्तरी में तेंदुआ दिखाई दे रहा है। वन विभाग की
टीमें हर सूचना पर दौड़ रही हैं। जौहर यूनिवर्सिटी परिसर में भी झाड़ियों में तेंदुआ देखे जाने की सूचना पर वन विभाग की टीम ने कांबिग की, लेकिन तेंदुए के होने की पुष्टि नहीं हो सकी। जिला वन अधिकारी राजीव कुमार ने बताया कि जौहर यूनिवर्सिटी में तेंदुआ देखे जाने की सूचना मिली थी। यहां से टीम भेजकर यूनिवर्सिटी परिसर की तलाशी कराई। कहीं पर तेंदुए के होने की पुष्टि नहीं हो सकी। इसके अलावा मसवासी के मानपुर उत्तरी में भी टीम गई, जहां तेंदुए के पैरों के निशान नहीं मिले। दूसरी ओर दढि़याल क्षेत्र में लोगों ने तेंदुआ देखने की पुष्टि की है। वहां दो कुत्तों को भी तेंदुए ने अपना शिकार बना लिया है। बहल्ला नदी पुल पर भी दिखाई दिया तेंदुआ
दढियाल : कस्बे के गांव भावपुरा में बुधवार को देर शाम बहल्ला नदी पुल पर राहगीरों ने तेंदुआ देखा तो उनकी सांसें थम गईं। उन्होंने ग्रामीणों को तेंदुआ होने की जानकारी दी। भावपुरा नदी मंदिर पर बाबा बालक नाथ के दो कुत्ते भी गायब हैं जो मंगलवार की रात से नहीं मिल रहे हैं। माना जा रहा है कि दोनों कुत्तों को तेंदुए ने अपना शिकार बना लिया है। तेंदुए को लेकर गांव में बुधवार रात को मस्जिद से ऐलान कर ग्रामीणों को अलर्ट रहने की अपील की गई है ।
दढि़याल क्षेत्र में तेंदुआ चार दिन में दो बार दिखाई दिया है। उसके पैरों के निशान भी मिले हैं, जिससे ग्रामीण दहशत में हैं। खेतों पर जाने से भी कतरा रहे हैं। सबसे पहले लोदीपुर नायक निवासी किसान भजन प्रजापति को उस समय तेंदुआ दिखाई दिया, जिस समय वह अपने खेत पर जा रहे थे। तेंदुए को देख वह घबरा कर गांव आ गए और ग्रामीणों को बताया। ग्रामीण जंगल पहुंचे, तब तक तेंदुआ गन्ने के खेत में चला गया था। इसके बाद लोदीपुर नायक तथा जटपुरा के बीच मार्ग से कुछ राहगीरों ने सुबह 10 बजे तेंदुआ देखा था। वे सभी घबराकर वापस लौट आए। बाद में ग्रामीणों व वन विभाग को सूचना दी। वन कर्मचारी तथा ग्रामीण जंगल में पहुंचे और तेंदुए को तलाश किया। ग्रामीणों ने तेंदुए के पैरों के निशान भी दिखाए। बाद में लोदीपुर नायक में मस्जिद के लाउडस्पीकर से तेंदुए के अलर्ट रहने का ऐलान भी कराया गया। एक सप्ताह पहले गांव महुआखेड़ा में तेंदुआ दिखाई दिया था। वन विभाग ने बुधवार को गांव के जंगल में पिजड़ा लगाया था। एक दिन बाद ही हटा लिया था। अब एक सप्ताह बाद क्षेत्र में फिर तेंदुआ देखा गया। रविवार को तेंदुआ क्षेत्र के गांव रूपापुर में ग्रामीण हरपाल सिंह को दिखाई दिया था । वन विभाग की टीम ने गांव पहुंचकर खेत में पिजड़ा लगाया था लेकिन तेंदुआ अभी तक पकड़ में नहीं आया है। ग्रामीणों की बात
- ग्रामीण लियाकत अली का कहना है कि क्षेत्र में लगभग दो माह से तेंदुआ लोगों को दिखाई दे रहा है । इससे ग्रामीण दहशत में है। वन विभाग को चाहिए कि वह पिजड़ा लगाकर पकड़ा जाना चाहिए । उच्च अधिकारियों को भी गंभीरता से संज्ञान लेना चाहिए। - जफर अली का कहना है कि तेंदुए के डर से ग्रामीण अपने खेतों पर जाने से कतरा रहे हैं । इसके चलते ग्रामीणों को रोजमर्रा की जरूरतों में दिक्कत हो रही है । अधिकारी की बात
- वन रेंजर कुंदन सिंह भंडारी एवं वन दारोगा राजकुमार का कहना है कि तेंदुए की लोकेशन ट्रेस कर पिजड़ा लगाया जाएगा।